-एचईआरसी के चेयरमैन ढेसी ने की ग्रामीण घरेलू बिजली सप्लाई की स्वयं समीक्षा
-1 जुलाई 2015 को कुरुक्षेत्र के दयालपुर से शुरू हुई थी जगमग योजना
हरियाणा के 4538 गांवों में 24 घंटे बिजली उपलब्ध

चंडीगढ़/कुरूक्षेत्र। हरियाणा इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (एचईआरसी) के चेयरमैन दीपेंद्र सिंह ढेसी मंगलवार को कुरूक्षेत्र में म्हारा गांव, जगमग गांव योजना, उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच (सीजीआरएफ) के कार्यों तथा लाडवा स्थित 66 केवी सब स्टेशन जाकर ग्रामीण घरेलू बिजली सप्लाई (आरडीएस) के फीडरों की स्वयं समीक्षा की।

एचईआरसी चेयरमैन ढेसी का होटल पैराकिट पिपली में जिला प्रशासन की ओर से अतिरिक्त उपायुक्त वीना हुड्डा, एसडीएम सोनूराम, यूएचबीवीएन के एसई केएस.बोहरिया, एक्सईएन यशवीर सिंह ने स्वागत किया। चेयरमैन ने उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन)के अधिकारियों से जगमग योजना के बारे में जानकारी ली तो यूएचबीवीएन के अधिकारियों ने बताया कि 1 जुलाई 2015 को कुरुक्षेत्र के दयालपुर गांव से यह स्कीम शुरू की गई थी, पूरा कुुरूक्षेत्र जिला इस स्कीम में कवर हो रहा है। आरडीएस के तहत यहां पर 95 प्रतिशत तक बिजली बिलों की वसूली हो रही है।

ढेसी ने कहा कि हरियाणा के 4538 गांवों में 24 घंटे बिजली उपलब्ध है। एसई बोहरिया ने बताया कि इस सीजन में ढाई करोड़ की बिजली चोरी भी पकड़ी गई है। मीटिंग में एचईआरसी चेयरमैन ढेसी ने सीजीआरएफ के चेयरपर्सन आरके.शर्मा को बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों का तुरंत निपटाने के निर्देश दिए, शर्मा ने बताया कि पानीपत की 45, अंबाला की 44 और कुरूक्षेत्र की 25 शिकायतें लंबित है। इस पर ढेसी ने कहा कि इन मामलों का जल्द निपटारा किया जाए। इस पर चेयरमैन ढेसी ने कहा कि 18 सितंबर को एचईआरसी के आफिस पंचकूला में समीक्षा मीटिंग होगी, जिसमें सीजीआरएफ के कार्य का मूल्यांकन किया जाएगा। सब स्टेशन पहुंचने पर उन्होंने हर फीडर की रीडिंग का बारीकि से अध्ययन किया। आरडीएस को जो बिजली सप्लाई होती है, उसके बाद कैसे बिजली बिल जनरेट किया जाता है, मीटर रीडिंग के लिए क्या-क्या तरीके इस्तेमाल किए जाते हैं, इन सबके बारे में जानकारी हासिल की।

एसई बोहरिया ने बताया कि आरडीएस के तहत साढ़े 23 घंटे बिजली सप्लाई उपलब्ध है और जगमग स्कीम लागू होने के बाद अब यहां पर एग्रीगेट टेक्निकल एडं कमर्शियल लॉस(एटीएंडसी) 12 प्रतिशत से कम है। एक्सईएन यशवीर सिंह ने जानकारी दी कि जगमग स्कीम से पहले लाइन लॉस काफी अधिक था। वही, चेयरमैन ढेसी ने एचईआरसी के डायरेक्टर टेक्निकल वीरेंद्र सिंह को यूएचबीवीएन की हर सब डिविजन के  आरडीएस फीडरों का पूरा अध्ययन करने के निर्देश दिए। डायरेक्टर टेक्रिकल वीरेंद्र सिंह ने बाद में लाडवा सब डिविजन के कार्यालय  में आरडीएस फीडरों की इनकमिंग और आउटगोइंग बिजली का पूरा अध्ययन किया। इस अवसर पर हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम (एचवीपीएन), यूएचबीवीएन के अधिकारियों के अलावा एचईआरसी के डिप्टी डायरेक्टर (मीडिया) प्रदीप मलिक भी साथ थे।

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