मारुति गई तो उसके लिए काम करने वाली 100 अधिक कंपनियां भी शिफ्ट होने के लिए हो जाएंगी तैयार. बढ़ती बेरोजगारी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत  

गुड़गांव 17 अगस्त, आज गुरुग्राम की जो भी पहचान बनी है उसमें सबसे बड़ी देन मारुति कंपनी की रही है। अब पुराने शहर से मारुति प्लांट को शिफ्ट करने के लिए 700 एकड़ जमीन की तलाश की जा रही है। हाल ही में उपमुख्यमंत्री ने बताया कि सोहना समेत प्रदेश के तीन स्थानों पर मारुति कंपनी को शिफ्ट करने के लिए बात चल रही है।जिसके बाद से ही गुरुग्राम के युवाओं में हड़कंप की स्थिति है। क्योंकि मारुति अगर गुरुग्राम से दूसरे शहर में गई तो यहां बेरोजगारी बढ़ जाएगी। क्योंकि मारुति के लिए 100 से अधिक कंपनियां काम करती हैं। अगर मारुति गई तो उसके लिए काम करने वाली कंपनी भी यहां से शिफ्ट होने लगेंगी। जिससे बेरोजगारी बढ़ जाएगी।

इस संदर्भ में नव जन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ट कुमार गोयल ने हरियाणा सरकार से मांग की है कि मारुति गुरुग्राम की पहचान है। इसे गुरुग्राम के अलावा अन्य किसी जिले में किसी भी हाल में शिफ्ट न की जाए। हां अगर मारुति को जमीन की कमी होती तो अलग बात है। जब गुरुग्राम में इतनी जमीन उपलब्ध है तो मारुति को सिर्फ गुरुग्राम में ही रहने दिया जाए। उन्होंने कहा कि सोहना में मारुति स्विफ्ट होने से सिर्फ सोहना ही नहीं बल्कि मेवात जैसे पिछड़े इलाके की भी तेजी से तरक्की होगी। मेवात से सटे क्षेत्रों में काफी अधिक जमीन है जिसे आसानी से अधिग्रहण करके प्रदेश के विकास में चार चांद लगाये जा सकते है।

वशिष्ठ कुमार गोयल ने कहा कि सोहना की तरफ इतनी जमीन है कि सिर्फ मारुति ही नहीं पूरा ऑटो उद्योग अगर बसाना चाहे तो बसाया जा सकता है। ऐसे में सरकार सोहना में मारुति को ले जाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाए। वशिष्ट कुमार गोयल ने कहा कि पूरे हरियाणा में आज सबसे पिछड़ा क्षेत्र सोहना तावडू मेवात का है। मारुति आने से यहां के लोगों को न सिर्फ रोजगार मिलेगा बल्कि रोजगार के और भी साधन स्थापित होंगे जिससे देश के सबसे पिछड़े 100 जिलों में मेवात सबसे विकसित जिला बनने की तरफ अग्रसित हो जाएगा।

यही नहीं प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी को भी रोकने में सफलता मिलेगी उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि मारुति गुरुग्राम के विकास का एक अहम हिस्सा है। इसे गुरुग्राम के अलावा अन्य किसी जिले या अन्य किसी प्रदेश में जाने से रोका जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर मारुति कंपनी को किसी और जिले में ले जाने का प्रयास किया गया तो नव जन चेतना मंच इसका विरोध करेगा और अभियान चलाकर मारुति के पुराने प्लांट को किसी भी हाल में सोहना में स्थापित करा कर ही दम लेगा।

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