विदेशी वैज्ञानिकों की वायरल हो रहे समाचारों ने लोगों के अंदर पैदा कर दी है कुत्तों में कोरोना होने की आशंकाअब भारी संख्या में लोग पालतू कुत्तों को कर रहे घरों से बाहर गुडग़ांव, 11 अगस्त, अगर आप कुत्ता पालते हैं तो सावधान रहें, क्योंकि विदेशी वैज्ञानिकों के एक नहीं कई ऐसे समाचार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जो कुत्तों, बिल्लियों और अन्य पालतू जानवरों में कोरोना संक्रमण होने की जानकारी देते हैं। बता दें कि विदेशों की तर्ज पर ही साइबर सिटी गुडग़ांव में भी अपने घरों में कुत्ता पालने वालों की संख्या काफी अधिक है। यहां के लोगों में पालतू जानवरों में सबसे अधिक कुत्तों की वफादारी के साथ काफी प्रेम दिखाई पड़ता है, लेकिन जानकार तर्क दे रहे हैं कि साइबर सिटी में भारी संख्या में सड़कों पर सोसायटियों में आवारा कुत्ते भी घूमते रहते हैं, जानकारों का कहना है कि आवारा कुत्ते शहर में विभिन्न स्थानों जैसे डंपिंग सेंटरों व विभिन्न अस्पतालों के आसपास फेंके जाने वाले कूड़े में मुंह मारते हैं और यही आवारा कुत्ते शहर के पार्कों में भी घूमते नजर आते हैं। जानकारों का कहना है कि कोठियों में रहने वाले बड़े घरों के लोग भी अपने कुत्तों को सुबह शाम शौच के लिए पार्कों में घूमने के लिए छोड़ते हैं। इस दौरान पालतू कुत्ते भी आवारा कुत्तों के संपर्क में आते हैं। इसके अलावा कुत्तों में जगह-जगह सूंघने की आदत भी होती है। गंदगी वाले स्थानों को कुत्ते दौड़ कर सूंघते हैं, जिस कारण अन्य जानवरों से ‘यादा डर है कि कहीं विदेशों की तर्ज पर यहां भी कुत्तों में किसी तरह का संक्रमण न फैल जाए और कुत्तों के साथ साथ परिवार के उन सदस्यों को भी बीमार ना कर दे, जो उसके संपर्क में रहते हैं। यहां के डॉक्टर भी हिदायत देते हैं कि कोरोना से बचाव के लिए पालतू जानवरों से दूरी बना कर रहें, जो लोग अपने पालतू जानवरों को चूमते है या ‘यादा नजदीक रहते हैं वे अपने पालतू जानवरों से जरूर दूरी बनाएं। हालांकि भारत में अभी तक जानवरों में कोरोना होने की पुष्टि नहीं की गई है। हर बार यही बताया जाता है कि जानवरों में भी कोरोना संक्रमण की जांच की जा रही है। भंग हो रहा पालतू कुत्तों से मोह कई व्यापारी वर्ग के लोग और कुछ ऐसे संस्थान भी हैं जो अपनी और अपने संस्थानों की सुरक्षा के लिए भी कुत्ते पालते हैं, साइबर सिटी में कई ऐसे लोग है जिन्होंने अब कुत्ता पालना ही छोड़ दिया है। इस संदर्भ में अतुल कटारिया मार्केट एसोसिएशन के प्रधान महेश गोयल ने बताया कि उन्होंने भी दो कुत्ते पाल रखे थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के दौरान कुत्तों के जरिए परिवारिक सदस्यों में किसी तरह की बीमारी ना फैले इस डर को देखते हुए उन्होंने अभी अपने कुत्तों को हटा दिया है। उन्होंने कहा यह सही बात है कि जब से कोरोना का दौर आया है, अब कुत्ता पालने में डर लगने लगा है। साइबर सिटी में लाखों रुपए के कुत्ते पालते हैं लोग साइबर सिटी में कई ऐसी सोसायटी में हैं जहां लोग अपने घरों में महंगे कुत्ते रखने में स्टेटस सिंबल मानते हैं, लेकिन अब जिस तरह से लोग दूरी बना रहे हैं, उसे लगता है कि आने वाले दिनों में अगर कोरोना के मामले इसी तरह बढ़ते रहे तो लोग कुत्ते और अन्य जानवरों से दूरियां बनाने लगेंगे। ऐसे में सरकार और प्रशासन को कोरोना जैसी महामारी को लेकर साफ करना चाहिए कि जानवरों को घर में रखना कितना लाभदायक है और कितना लोगों के लिए नुकसान दायक शाबित हो सकता है। Post navigation बरसात के मौसम में स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज का आरंभ, विधायक ने किया उद्घाटन चंद तहसीलदारों पर कार्यवाही से नहीं मिटेगा भ्रष्टाचार – वशिष्ट गोयल