सोहना! बाबू सिंगला

सोहना नगरपरिषद् विभाग द्वारा लाखों रूपए की राशी खर्च किए जाने के बावजूद भी नागरिक नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं| लोग गंदे व दूषित पानी में जी रहे हैं| विभाग द्वारा पानी निकासी के लिए बनाया गया नाला भी बेमानी साबित हो रहा है जिसका फायदा लोगों को नहीं मिल रहा है| नागरिक उक्त समस्या का समाधान किए जाने की शिकायत करीब पाँच वर्षों से नेताओं व अधिकारियों से कर चुके हैं किन्तु समस्या जस-की-तस बनी हुई है जिसका समाधान आज तक भी नहीं हो सका है|

गत दिनों पानी निकासी के लिए बनाया गया नाला भी मात्र सफ़ेद हाथी बनकर रह गया है| उक्त नाला नगरपरिषद् विभाग द्वारा बनाया गया था| जिस पर करीब 150 लाख रूपए की लागत खर्च की गई थी| किन्तु नाले के निर्माण में भारी खामियां होने से पानी की निकासी नहीं हो रही है| आरोप है कि नाले का लेवल ऊँचा हो जाने से गन्दा पानी वापिस लौट आता है तथा नियमित रूप से नहीं निकल पाता है| ऐसा होने से नगरपरिषद् विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं| स्थानीय नागरिकों ने उक्त समस्या की शिकायत उपायुक्त गुरुग्राम से हस्तक्षेप करके मामले की जाँच कराने को कहा है|

विदित है कि गत दिनों सोहना नगर परिषद् विभाग ने कस्बे में पानी निकासी की समस्या को हल करने के लिए नाले का निर्माण कराया था| जिस पर विभाग द्वारा डेढ़ करोड़ रूपए की राशी कर्च की गई थी| उक्त नाला मंगल नगर कॉलोनी से शुरू करके सरकारी अस्पताल के पीछे से होते हुए दमदमा मार्ग तक बनाया गया है| नाले के साथ सड़क का निर्माण भी किया गया है किन्तु इसके विपरीत कस्बे में नाले के निर्माण पर सवालिया निशान लग रहे हैं| नाले का गन्दा व दूषित पानी अस्पताल मार्ग पर खड़ा रहता है तथा कॉलोनीवासियों के घरों में भी कई-कई फुट तक खड़ा हो जाता हैं| जिससे नागरिक गंदगी में जीने को मजबूर हैं| सड़क पर पानी खड़ा हो जाने से राहगीर व वाहन चालकों को भी भारी परेशानी हो रही है| खबर है कि नाले का निर्माण सही तरीके से नहीं किया गया है| दमदमा मोड़ पुलिया से आगे नाला कई फुट ऊँचा बना दिया गया है| जिससे गन्दा पानी भली प्रकार निकल नहीं सकता है| ऐसा होने से विभाग की लाखों रूपए की राशी पानी में बह कर रह गई है| वहीं परिषद् अधिकारीगण सब कुछ देखकर भी अनदेखा कर रहे हैं| जिन्होंने आज तक भी नाले निर्माण की जाँच नहीं कराई है और न ही दोषी ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्यवाही की है| अधिकारीगण मामले में लीपापोती करके अपना पल्लू झाड़ने में लगें हैं| स्थानीय नागरिकों ने उक्त मामले में उपायुक्त गुरुग्राम से हस्तक्षेप करके जाँच कराने की माँग की है|

नागरिक जी रहे नारकीय जीवन

कस्बे के मंगलनगर निवासी कॉलोनी में गंदा व दूषित पानी कई-कई फुट तक खड़ा हो जाने के कारण नारकीय जीवन जी रहे हैं| उक्त कॉलोनी में करीब 50 मकान बने हुए हैं जिनमें लगभग 300 लोग निवास करते हैं| कॉलोनीवासियों के लिए उक्त समस्या रोज-मर्रा की बन गई है| बरसात में तो यह और भी ज्यादा विकराल हो जाती है| पानी खड़ा होने से कॉलोनी में बीमारी ने अपने पैर पसार लिए हैं| लोग पानी निकासी समस्या को हल कराने के लिए थक चुके हैं| कॉलोनीवासी ललित, जगदीश, मामचंद, विक्रम, बबली, सुक्खन, कुलदीप आदि ने बताया कि परिषद् ने नाले का निर्माण तो करा दिया किन्तु पानी निकासी नहीं हो रही है|

क्या कहते हैं अधिकारी

सोहना नगरपरिषद् के कार्यकारी अभियंता अजय पंगाल ने बताया कि जल्द ही पानी निकासी के लिए नाले की रिपेयर कराई जाएगी जिससे पानी निकासी व्यवस्था समूची हो सके| यह कार्य बरसात के बाद शुरू कर दिया जाएगा|

error: Content is protected !!