सनोली रोड़ पर भीमगोडा मंदीर चौक के पास स्थित आईआईएफएल गोल्ड लोन ऑफिस (बैंक) मे दिन दहाड़े डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले पांच आरोपियों को जिला की सीआईए-थ्री पुलिस टीम ने काबु करने मे बड़ी कामयाबी हासिल की।

आरोपी वारदात को अंजाम दे करीब 2 करोड़ रूपये किमत की ज्वैलरी व 2 लाख रूपये की नगदी लूटकर ले गय थे।. पुलिस महानिदेशक हरियाणा द्वारा वारदात के आरोपियों बारे सूचना देने की एवज मे 2 लाख रूपये की ईनाम राशि घोषित की हुई थी।. आरोपियों के कब्जे से 52 लाख 25 हजार रूपये की नगदी, 81.310 ग्राम ज्वैलरी, एक स्वीफट कार, वारदात मे प्रयुक्त बाइक व 3 देशी पिस्तौल बरामद।

पकड़े गए आरोपियों की पहचान दाउद पुत्र यासिन निवासी रोशनपुरा सहारनपुर यूपी, इमरान पुत्र गयूर निवासी आलदी जिला शामली यूपी हाल किरायेदार शांति नगर पानीपत, बिजेन्द्र उर्फ बिन्द्र पुत्र किशनचंद निवासी बाम्बरहेडी जिला करनाल हाल भारत नगर पानीपत, राजीव उर्फ जेपी पुत्र जिले सिंह निवासी थूआ (छातर) जिला जीन्द व सन्नी उर्फ डाक्टर पुत्र प्रेमसिंह निवासी सिम्भालखा शामली यूपी हाल बबैल रोड़ पानीपत के रूप मे हुई।

उप-पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री सतीश कुमार ने आज लघु सचिवालय के तृतीय तल पर स्थित पुलिस विभाग के सभागार मे प्रेसवार्ता कर बताया कि पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा चौधरी जी के दिशा निर्देशन मे कार्रवाही करते हुए सीआईए-थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर व उनकी टीम ने सनोली रोड़ पर भीमगोडा मंदीर चौक के पास स्थित आई.आई.एफ.एल गोल्ड लोन ऑफिस (बैंक) मे वर्ष 2018 मे हुई करीब 2 करोड़ रूपये से ज्यादा कि डकैती की वारदात का पर्दाफास करते हुए पाचं आरोपियों को काबु करने मे बड़ी कामयाबी हासिल की है। उन्होने बताया उक्त वारदात जिला की अब तक की सबसे बड़ी बैंक डकैती की वारदात थी।

उप-पुलिस अधीक्षक श्री सतीश कुमार ने बताया की सीआईए-थ्री पुलिस को बीते मंगलवार की साय गुप्त सूचना मिली थी की वर्ष 2018 मे सनोली रोड़ पर भीमगोडा मंदीर चौक के पास गोल्ड लोन (बैंक) मे डकैंती की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश सैक्टर-29 मे कृष्णा गार्डन के पास चौधरी क्लीनिक पर इक्कठा होकर किसी अन्य बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक मे है। इस विशेष सूचना के आधार पर सीआईए-थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर ने तुरंत एक टीम गठित कर जिसमे सब-इंस्पेक्टर हरिप्रकाश, एएसआई कृष्ण, मुख्य सिपाही बलिन्द्र, मुख्य सिपाही डिम्पी, मुख्य सिपाही रविन्द्र, मुख्य सिपाही बिजेन्द्र, मुख्य सिपाही जितेन्द्र व सिपाही सहदेव, सिपाही प्रवेश व सिपाही संजय को शामिल कर मौकें पर दंबिस दे पांचों आरापियों को काबु कर पुछताछ की तो उन्होने अपनी पहचानदाउद पुत्र यासिन निवासी रोशनपुरा सहारनपुर यूपी, इमरान पुत्र गयूर निवासी आलदी जिला शामली यूपी हाल किरायेदार शांति नगर पानीपत, बिजेन्द्र उर्फ बिन्द्र पुत्र किशनचंद निवासी बाम्बरहेडी जिला करनाल हाल भारत नगर पानीपत, राजीव उर्फ जेपी पुत्र जिले सिंह निवासी थूआ (छातर) जिला जीन्द व सन्नी उर्फ डाक्टर पुत्र प्रेमसिंह निवासी सिम्भालखा शामली यूपी हाल बबैल रोड़ पानीपत के रूप मे बताई। गहनता से पुछताछ करने पर आरोपियों ने 29 जनवरी 2018 की सुबह सनोली रोड़ पर भीमगोडा मंदीर चौक के पास स्थित आई.आई.एफ.एल गोल्ड लोन ऑफिस (बैंक) मे गन प्वाइंट पर कर्मचारियों को बंधक बना रखे करीब 2 करोड रूपये किमत के जैवरात व 2 लाख रूपये की नगदी लूटने की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। उक्त वारदात बारे आई.आई.एफ.एल गोल्ड लोन ऑफिस मे तैनात अकाउंटेंट सोनियां निवासी सैक्टर-13/17 पानीपत की शिकातय पर भा.द.स की धारा 379बी,34 व आम्र्स एक्ट 25-54-59 के तहत मुकदमा नंबर 61/18 दर्ज है। आरोपियों से गहनता से पुछताछ करने व डकैती की वारदात को अंजाम दे लूटा गए जैवरात व नगदी बरामद करने के लिए पांचो आरोपियों को माननीय न्यायालय मे पेश कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया।

उप-पुलिस अधीक्षक श्री सतीश कुमार ने बातया की रिमांड के दोरान आरोपियों से की गई पुलिस पुछताछ मे सामने आया की गिरोह का मास्टर माइंड आरोपी दाउद जूए मे 5 लाख रूपये हार गया था। उसने 5 लाख रूपये का कर्ज उतारने के लिए साथियों के साथ योजना बनाई और सभी ने रैकी उपरांत आई.आई.एफ.एल गोल्ड लोन आफिस मे डकैती की वारदात को अंजाम दिया।

आरोपी दाउद करीब 4 साल पहले परिवार सहित पानीपत के मनमोहन नगर मे किराये का कमरा लेकर रहता था और एक फैक्टरी मे काम करता था। कर्ज ज्यादा होने के कारण वह परिवार सहित पानीपत से अपने गांव रोशनपुरा जिला सहारनपुर यूपी चला गया था। इसके बाद वह बीच-बीच मे आरोपी सन्नी उर्फ डॉक्टर व इमरान से पानीपत मे मिलने के लिए आता रहता था जो दोनो उसके अच्छे दोस्त थे। आरोपी सन्नी उर्फ डॉक्टर ने बिजेन्द्र के घर के डॉक्टर की दुकान की हुई थी। आरोपी बिजेन्द्र का मामा राजीव निवासी थूआ (छातर) जिला जीन्द भी उनके पास आता जाता रहता था। आरोपियों ने शार्टकट तरीके से पैसे कमाने के लिए डैकेती डालने की योजना बनाई और सनोली रोड़ पर भीमगोडा चौक के पास स्थित आई.आई.एफ.एल गोल्ड लोन के ऑफिस (बैंक) को चिन्हित कर रैकी की। आरोपी दाउद ने यूपी से 3 अवैध देशी पिस्तौल व कारतूस लाकर साथियों को दिए। आरोपियों ने इमरान की स्पलेंडर बाइक की नंबर प्लेट बदलकर बाइक पर सवार हो 29 जनवरी 2018 की सुबह 10 बजै के करीब सनोली रोड़ पर भीमगोडा मंदीर चौक के पास स्थित आई.आई.एफ.एल गोल्ड लोन आफिस (बैंक) मे गन प्वाइंट पर कर्मचारियों को बंधक बना बैंक मे रखे करीब 2 करोड़ रूपये किमत के जैवरात व 2 लाख रूपये की नगदी लूटकर फरार हो गए थे। बाद मे आरोपियो ने लूटी गई ज्वैलरी मे से बटवारा कर लिया था। वारदात के दोराना आरोपियो ने मास्क व हेल्मेट से चेहरे को ढका हुआ था व कर्मचारियो को बंधक बनाने के लिए रस्सी भी साथ लेकर आए थे।

उप-पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री सतीश कुमार ने बताया आरोपियों ने अपने-अपने हिस्से मे आई लूट की जैवरात को बेच दिया था जो आरोपी दाउद के पास बची हुई राशि 12 लाख रूपये, आरोपी इमरान से 14 लाख व 81.310 ग्राम ज्वैलरी, आरोपी बिजेन्द्र से 15 लाख व जैवरात बेचकर उक्त पैसों से खरीद गई एक स्वीफट कार, अरोपी सन्नी से 1 लाख 25 हजार व आरोपी राजीव से 10 लाख रूपये की राशि बरामद हुई। पांचो आरोपियो से अभी तक कुल 52 लाख 25 हजार रूपये की नगदी, 81.310 ग्राम ज्वैलरी, एक स्वीफट कार, वारदात मे प्रयुक्त बाइक व 3 देशी पिस्तौल बरामद कर रिमांड अवधी पूरी होने पर आरोपियों को आज माननीय न्यायालय मे पेश कर दो आरोपियों को न्यायिक हिरासत जेल भेजा या व तीन आरोपियों से गहनता से पुछताछ करने के लिए 5 दिन का पुलिस रिमांड लिया गया। आरोपियो से आगे की पुछताछ गहनता से जारी है। पहले से दर्ज मुकदमे में भा.द.स की धारा 342, 392, 397,420 इजाद कर दी गई है।

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