दिल्ली से सटे हरियाणा के चार प्रमुख जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और रेवाड़ी में सरकार सख्ती तो बरतेगी, लेकिन इन चारों जिलों में कर्फ्यू लगाने का सरकार का कोई इरादा नहीं है। प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने की मंशा से इन चारों जिलों में कर्फ्यू लगाने अथवा उनकी सीमाएं सील करने के हक में थे। प्रदेश सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि इन चारों जिलों के कंटेनमेंट जोन में ही सख्ती रहेगी, जबकि बाकी स्थानों पर सभी गतिविधियां सामान्य रूप से चलेंगी। गुरुग्राम जिले के सोहना ब्लाक को नया कंटेनमेंट जोन बनाया गया है, जहां लगातार नए केस सामने आ रहे हैैं। यहां 28 जुलाई तक लॉकडाउन करने का प्रस्ताव दिया गया है, लेकिन इसका अंतिम निर्णय जिला उपायुक्त करेंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कोविड-19 के खतरे को देखते हुए अनलॉक-दो में लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें तथा मास्क वितरित करने का विशेष अभियान चलाए। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि मास्क न पहनने वाले व्यक्तियों पर सख्ती बरती जाए तथा मौके पर ही चालान काट कर उन्हेंं कम से कम पांच-पांच मास्क वितरित किए जाएं। बैठक में जानकारी दी गई कि कुछ राज्य कर्नाटक, असम, मेघालय, उत्तराखंड, जम्मू एवं कश्मीर और महाराष्ट्र ने अपने स्तर पर कहीं एक सप्ताह, कहीं एक दिन और कहीं सप्ताह के अंत में लॉकडाउन पुन: लगाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत व रेवाड़ी जिलों को छोड़कर अन्य जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की स्थिति नियंत्रण में है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने बताया कि प्रदेश में औसतन कोरोना पॉजिटिव दर 5.9 प्रतिशत है जबकि पूरे देश में यह 7.6 प्रतिशत है। हरियाणा का रिकवरी रेट 75 प्रतिशत है जबकि देश में यह 63 प्रतिशत है। राज्य में प्रतिदिन 9110 टेस्ट किए जा रहे हैं जिसे बढ़ाकर 12 हजार टेस्ट प्रतिदिन तक किया जाएगा। Post navigation सत्ता और संगठन में समन्वय के अजय प्रयास निगमायुक्त ने लीजेंड सोसायटी में किया पौधरोपण