फिलहाल 200 किलोमीटर से अधिक दूरी की ट्रेनें ही चलेंगी. रेवाड़ी दिल्ली के बीच दो पैसेंजर ट्रेन ही उपलब्ध हो सकेंगीे फतह सिंह उजालापटौदी । करीब 4 माह के बाद रेवाड़ी से दिल्ली के बीच आवागमन करने वाले दैनिक यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है । आने वाले दिनों में कुछ ट्रेनें जोकि 200 किलोमीटर की दूरी से अधिक चलने वाली रेवाड़ी होते हुए दिल्ली तक पहुंचती हैं , ऐसी ट्रेनों का संचालन रेलवे प्रशासन के द्वारा किया जाना प्रस्तावित है । सूत्रों के मुताबिक संभावना व्यक्त की गई है कि आने वाले समय में कुछ ट्रेनें राजस्थान ,हिसार से रेवाड़ी होते हुए दिल्ली के बीच में उपलब्ध हो सकेगी । यह ट्रेनें किन स्टेशनों पर रुकेंगीे और कहां यह नहीं ठहरेगी इस बात की अभी कोई अधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकी है। फिर भी ट्रेनों के संचालन के संदर्भ में जो संकेत प्राप्त हुए वह इस प्रकार से है, कि ट्रेन संख्या 54667 श्रीगंगानगर तिलक ब्रिज फास्ट पैसेंजर ट्रेन प्रतिदिन श्री गंगानगर से तिलक ब्रिज चलेगी । इस ट्रेन का समय श्रीगंगानगर से सायं 7. 45 बजे से रवाना होने के बाद यह ट्रेन तिलक ब्रिज अगले दिन सुबह करीब 9 बजे तिलक ब्रिज पहुंचेगी । इस दौरान इस ट्रेन का चलने का कुल समय 13 घंटे 24 मिनट और दूरी 473 किलोमीटर के करीब होगी । वही ट्रेन संख्या 54668 तिलक ब्रिज श्रीगंगानगर फास्ट पैसेंजर ट्रेन तिलक ब्रिज से 6. 30 बजे रवाना होकर अगले दिन श्रीगंगानगर सुबह 6. 15 बजे के करीब पहुंचेगी । इसी प्रकार से ट्रेन संख्या 54309 दिल्ली रेवाड़ी पैसेंजर प्रतिदिन दिल्ली से सुबह 5.20 पर रवाना होकर हिसार जंक्शन 2 बजे तक पहुंचेगी । इस दौरान यह ट्रेन करीब पौने 9 घंटा दौड़कर और 294 किलोमीटर का सफर तय करेगी । वही ट्रेन संख्या 54310 जो कि रेवाड़ी दिल्ली पैसेंजर हिसार से प्रातः करीब 3. 45 बजे रवाना होगी और दिल्ली दोपहर में लगभग 12. 30 के करीब पहुंचेगी । इन ट्रेनों के बीच में दो ही ट्रेन ऐसी हैं जो कि रेवाड़ी से दिल्ली के बीच में सफर करने वाले विभिन्न रेलवे स्टेशन से संबंधित दैनिक यात्रियों के लिए उपयोगी साबित हो सकेगी । फिलहाल इन ट्रेनों की समय सारणी किस स्टेशन पर कब पहुंचेगी और कौन से स्टेशनों पर रुकेगी, इसकी जानकारी सामने नहीं आ सकती है । वही ऐसे भी संकेत मिल रहे हैं कि दिल्ली से लेकर रेवाड़ी के बीच में जो भी पैसेंजर ट्रेन उपलब्ध हो सकेगी वह पूर्व की तरह से दिल्ली रेवाड़ी के बीच जहां-जहां भी इन ट्रेनों के स्टॉपेज रहे हैं वहां पर इनका रुकना तय माना जा रहा है । ऐसे में अब दैनिक यात्रियों को बेसब्री से इंतजार है कि कब से उनको अपने काम धंधे रोटी रोजगार के लिए ट्रेनों की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी । Post navigation करोड़ो की जमीन पर कब्जा ने पकड़ा अब तूल संस्कृत शिक्षकों की भर्ती को लेकर सीएम के नाम ज्ञापन