– जिला में कोरोना संक्रमण के चलते बनाए गए सभी लार्ज आउट ब्रेक रीजन (एलओआर ) में 24 जून से लेकर अब तक 8 हजार से अधिक एंटीजन टेस्ट – सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव गुरुग्राम 10 जुलाई । गुरूग्राम में कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज प्लाजमा थैरेपी से शुरू किया जाएगा और इसके लिए जल्द प्लाजमा बैंक की स्थापना की जाएगी। यह जानकारी आज सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने सिविल लाइन स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी। इस सम्मेलन में उनके साथ जिला उपायुक्त अमित खत्री और निगमायुक्त विनय प्रताप सिंह भी उपस्थित थे। प्लाज्मा थेरेपी से इलाज और प्लाज्मा बैंक के बारे में जानकारी देते हुए डॉ यादव ने बताया कि जैसे ही सरकार द्वारा इस संबंध में नई गाइडलाइंस जारी की जाएगी, उस आधार पर गुरूग्राम में भी कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज प्लाजमा थैरेपी से शुरू किया जाएगा। इसके लिए यहंा पर प्लाजमा बैंक भी बनाया जाएगा। एक सवाल के जवाब में सिविल सर्जन ने बताया कि गुरूग्राम में किसी भी प्राइवेट लैब को रैपिड एंटीजन टेस्ट या एंटीबाॅडी टैस्ट करने की अनुमति नही दी गई है। एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए डा. यादव ने बताया कि कोविड-19 इलाज के लिए सरकार द्वारा निर्धारित दर से ज्यादा बिल दिए जाने को लेकर प्राप्त शिकायत पर संबंधित निजी अस्पताल को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है । उन्होंने बताया कि मरीज एक जून से दाखिल था लेकिन जब से सरकार ने ये दरें निर्धारित की हैं , तब से ही इनकी पालना सुनिश्चित की जाएगी। जिला में अधिक से अधिक कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए 24 जून से लेकर अब तक 16 हजार रैपिड एंटीजन टेस्ट किए गए है जिनमें से 475 व्यक्ति कोरोना पाॅजीटिव पाए गए। यदि इनमें आरटीपीसीआर, रैपिड एंटीजन टेस्ट और प्राइवेट लैब्स में किए गए टेस्टों की संख्या को शामिल कर लिया जाए तो यह आंकड़ा 30 हजार से अधिक है। उन्होंने बताया कि पटेल नगर में सबसे ज्यादा टेस्ट किए गए हैं जहां पाॅजीटिविटी की दर अधिक आ रही है। इसी प्रकार, सोहना में भी लगभग एक हजार सैंपलों के टैस्ट किए गए और वहां पर पाॅजीटिविटी की दर लगभग 10 प्रतिशत आ रही है। डॉ यादव ने बताया कि जिला में कोरोना के रिकवरी रेट में काफी सुधार हुआ है परिणामस्वरूप अस्पतालों में मरीजों की संख्या पहले की अपेक्षा कम हुई है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिला के विभिन्न अस्पतालों में 242 कोरोना मरीज दाखिल हैं , जिनमें से 36 मरीज गंभीर रूप् से बीमार हैं। पहले अस्पतालों में दाखिल मरीजों की संख्या 100 के आस पास रहती थी। इससे पता चलता है कि जिला में कोरोना रिकवरी रेट बढ़ रहा है और मरीज जल्दी स्वस्थ हो रहे हंै। उन्होंने कहा कि दिल्ली के बाद एनसीआर मे गुरुग्राम में पॉजीटिव आने वाले मरीजों की दर 13 प्रतिशत से घटकर 11 प्रतिशत हुई है और उन्हें आशा है कि अगले कुछ दिनों में यह दर 10 प्रतिशत हो जाएगी।उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य इसे 10 प्रतिशत से कम लाने का है। उन्होंने बताया कि जिला में टेस्टिंग के लिए आरटीपीसीआर की एक और मशीन भी आ गई है जिससे अब रोजाना होने वाले टेस्टों की संख्या 300 से बढ़कर 500 हो गई है और जरूरत पड़ने पर इसे 700 तक किया जा सकता है। सिविल सर्जन ने कहा कि हमारी इन हाउस टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि हुई है। डॉ यादव ने बताया कि सिविल अस्पताल सेक्टर-10 में कोविड मरीजों के लिए अलग से एंट्री और एग्जिट बनाई गई है ताकि कोविड और नॉन कोविड मरीज आपस में मिल न सके । रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया से लेकर डिस्चार्ज होने तक कोविड मरीजों की अलग से व्यवस्था की गई है। एक सवाल के जवाब में डा. यादव ने बताया कि गुरूग्राम में कोविड के ज्यादातर मरीज एंसिप्टोमैटिक हैं , इसलिए हमारा रिकवरी रेट देश में सबसे अच्छा है। Post navigation गुरूग्राम में औसतन 3 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं- उपायुक्त। डिग्रीयों को फर्जी बताने वालों के खिलाफ एफआईआर : डा. त्रिलोक