-कमलेश भारतीय देश में दो बड़ी खबरें हैं । पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की बेटी प्रियंका गांधी बडेरा का बंगला और बाबा रामदेव की कोरोनिल दवा । प्रियंका गांधी को लोधी एस्टेट में सरकारी बंगला मिला हुआ था लेकिन पिछले वर्ष नवम्बर माह में इनकी एसपीजी सुरक्षा हटा दी गयी थी और अब यह तर्क दिया जा रहा है कि जेड प्लस सुरक्षा पर आवास की सुविधा नहीं दी जा सकती । इस तरह पहली अगस्त यानी एक माह के भीतर इस सरकारी बंगले को खाली करने के आदेश सुना दिए गये हैं । कांग्रेस सूत्रों के अनुसार प्रियंका गांधी समय से पहले बंगला खाली कर देंगीं और वे दिल्ली की बजाय लखनऊ शिफ्ट हो सकती हैं ताकि यूपी की राजनीति में पूरी तरह सक्रिय हो सकें । यदि वे बंगला खाली नहीं करतीं तो उन्हें किराया या जुर्माना देना होगा । इस तरह सरकार के आदेश से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परेशानी बढ़ सकती है क्योंकि प्रियंका यूपी में पूरी तरह रम जायेंगी तो फिर चिंता तो योगी को ही होगी । पहले भी प्रियंका तुरत फुरत लखनऊ या यूपी के किसी भी कोने में पहुंचने में देर नहीं लगातीं । इसे कहते हैं कि किसी की गलती और भुगतना किसी और को पड़ता है । इक बंगला क्या गुल खिलाने जा रहा है ? वैसे तो अपने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तो सरकार का फरमान आने से पहले ही पंत मार्ग पर मिला सरकारी बंगला खाली करने में देर नहीं लगाई थी । आमतौर पर सत्ता से बाहर नेता सरकारी बंगला का मोह नहीं छोड़ पाते लेकिन हुड्डा ने यह उदाहरण प्रस्तुत किया । अब प्रियंका भी समय से पहले बंगला खाली कर एक उदाहरण प्रस्तुत करें । दूसरी ओर बाबा रामदेव की कोरोनिल दवा की चर्चा है । आरुष मंत्रालय ने इसे कोरोना की दवा अब भी न मानकर सिर्फ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने वाली दवा माना है और यही कहकर बेचने की अनुमति दी है । यानी कम्युनिटी बढ़ाने वाली दवा है कोरोनिल आरुष मंत्रालय की नज़रों में जबकि बाबा हैं कि इसे कोरोना की दवा बताने में गर्व महसूस कर रहे हैं । उत्तराखंड हाईकोर्ट ने तो बाबा की दवा पर रोक लगाने की मांग को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए रामदेव व अन्य संस्थाओं से जवाब मांगा है । अब देखिए प्रियंका का बंगला और बाबा की दवा क्या क्या रंग दिखाते हैं ,,,, Post navigation फिरौती मांगने वाले अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया तो…….. सरकार अपराध पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल सिद्ध हुई है – बजरंग गर्ग