प्रशासन मौन, कर्मचारी नाराज भारत सारथी. बावल । औद्योगिक क्षेत्र बावल के सैक्टर-6 स्थित राणा एनएसके कम्पनी में पिछले 10 वर्षो से लगातार खून पसीने की मेहनत से कम्पनी को शिखर पर पंहुचाने वाले 10-12 वर्ष के कान्ट्रैक्ट बेस कर्मचारियों का अचानक लॉकल कर्मी व लॉकडाऊन की आड में बाहर का रास्ता दिखाए जाने पर उनके परिवार व उनकी दो वक्त की रोटी के लाले पड गए है। इस संदर्भ में कर्मचारियों ने आज कम्पनी के गेट पर पंहुच करबे वजह किए गए गेट बंद की गुहार को लेकर धरना प्रर्दशन भी किया। कसौला पुलिस अधिकारी सर्वेष्ठा के समझाईश के उपरांत अब पीडित कर्मचारियों ने लेबर ऑफिसर हवा सिंह के दरवाजा खटखटाने का मन बना लिया है। इस संदर्भ में कर्मचारियो ने चेतावनी दी है कि पांच दिनों में उनक नौकरी पर नही लिया जाता है तो वे कम्पनी के गेट पर धरना करने पर मजबूर होंगे। इस संदर्भ में पीडित कृष्ण कुमार, जयसिंह, बलवान, जसबीर, रमेश, राजेश आदि ने अपना दुखडा रोते हुए बताया कि लॉक डाऊन को लेकर वे मई व अप्रैल माह में घर पर ही थे। एक जून को अचानक उनको कम्पनी खुलने के उपरांत एक जून को उनको टेलिफोन से उनको घर का रास्ता दिखाने की बात कही गई। इस संदर्भ में एनएसके राणा, प्रधान कृष्ण कुमार ने बताया कि कम्पनी लॉकडाऊन की आड में लॉकल वर्करों के साथ अन्याय कर रही है लगातार 10-12 वर्षो तक कम्पनी को मुनाफा देने व कम्पनी के पुराने वर्कर होने के कारण कम्पनी को उच्च स्तर पर ल जाने में अब कडी मेहनत करेगे जो नए वर्कर नही कर पांएगे । उन्होंने कर्मचारियों का सहयोग की बात कही है। कर्मचारी लेेबर ऑफिसर रेवाडी हवा सिंह का दरवाजा खटखटाने को मजबूर है उन्हे चाहिए कि वे बिचैलिया बनकर उन्हे राहत की सांस दिलाए। Post navigation सुप्रीमकोर्ट हरियाणा सरकार को यह निर्देश नहीं देता कि चयन प्रक्रिया दोबारा शुरू की जाए : विद्रोही टिड्डी दल से नष्ट फसलों को मुआवजा देने का तत्काल प्रावधान करे : विद्रोही