प्रत्येक स्ट्रीट वेंडरों को 10 हजार का लोन दिया जाएगा. कोरोना महामारी के चलते हर वर्ग प्रभावित हो रहा फतह सिंह उजालापटौदी। साथ लगते कस्बे फर्रूखनगर में रेहड़ी व फड लगाकर अपना जीवन यापन करने वाले स्ट्रीट वैंडरों के अच्छे दिन आने वाले हैं। नगरपालिका की ओर से इन वेंडरों को स्थाई रूप से जगह दिलाई जाएगी। साथ ही लोन भी दिलाया जाएगा। प्रत्येक स्ट्रीट वेंडरों को 10 हजार रुपये का लोन दिया जाएगा। कोरोना महामारी के चलते हर वर्ग प्रभावित है। सबसे ज्यादा गरीब, दिहाड़ीदार मजदूर और रेहड़ी लगाने वालों पर इसकी मार पड़ी हैं। फर्रूखनगर में ऐसे मे स्ट्रीट वेंडर्स के लिए प्रधानमंत्री स्व निधि योजना लागू की है। जिसको लेकर मंगलवार को नगरपालिका कार्यालय में बैठक का आयोजन कर स्ट्रीट वैंडरो को योजना के संबंध में जानकारी दी गई। नपा सचिव के के यादव ने बताया कि स्ट्रीट वेंडर्स को रोजगार की पटरी पर लाने के लिए स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के तहत वेंडर्स को 10 हजार रुपए तक का लोन दिलवाया जाएगा। लोन के इच्छुक स्ट्रीट वैंडर्स के आवेदन आनलाइन होंगे। उन्होंने बताया कि पॉलिसी के तहत सरकार जल्द ही एक एप जारी करेगी। उसके माध्यम से ही फड़ी व रेहड़ी लगाने वाले को लाइसेंस के लिए आवेदन करना होगा। आवेदनकर्ता को सबूत देना होगा कि वह रेहड़ी व फड़ी लगाता रहा है। साथ ही जगह मिलने पर फड़ी व रेहड़ी वाली जगह पक्का निर्माण नहीं कर सकेगा। इस अवसर पर भवन निरीक्षक नवीन कुमार, अकाउंटेंट पवन कुमार, कंप्यूटर ऑपरेटर कुंती, कलर्क अशोक, योगेश सहित अन्य व्यापारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। इसके अलावा सचिव केके यादव ने बताया कि समय पर लोन चुकाने वाले को 7 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी व डिजिटल लेनदेन पर 50 से 100 रुपये तक मासिक प्रोत्साहन मिलेगा। लोन को एक साल में 12 मासिक किस्तों में जमा करना होगा। लोन के लिए गारंटी की जरूरत नही हैं। सचिव केके यादव का कहना है कि फरुखनगर में निजी कंपनी रुद्रा द्वारा सर्वे किया गया था। सर्वे के द्वारा 64 लोग मिले थे। अब इन लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मंगलवार को नगरपालिका कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया है। लोन कि तरह मिलेगा इसके बारे में चर्चा की गई हैं। इन लोगों को नगरपालिका की तरफ से पहचान पत्र भी दिलाया जाएगा। इन्हें शहर में एक स्थायी जगह दिलाई जाएगी जहां पर यह अपना काम कर सकते है। Post navigation 101 पुत्रियों के विवाह का संकल्प : बेटी सामाजिक रिश्तो की सबसे मजबूत कड़ी: महामंडलेश्वर धर्मदेव पंचायतों का आरक्षण ड्रा 6 जुलाई को