गुरूग्राम, 30 जून। सिविल सर्जन डा. वीरेन्द्र यादव ने कहा कि हमे फेस मास्क को सही तरीके से लगाने के साथ साथ उसके ठीक से निस्तारण करना होगा तभी हम कोरोना संक्रमण से अपना व अपने परिजनों का बचाव कर सकते हैं।

 उन्होंने कहा कि हमें कोरोना से डरने की बजाय इससे लड़ने की जरूरत है तभी हम इस दौरान सुरक्षित रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमे घर से बाहर निकलने से पहले फेस मास्क जरुर पहनना होगा। उन्होंने सभी को मास्क पहनने का तरीका बताते हुए कहा कि फेस मास्क किसी भी तरह का हो, उसे पहनने का तरीका सही होना चाहिए। मास्क से पूरा चेहरा ढका होना चाहिए। मास्क में साइड से हवा नहीं आनी चाहिए और मास्क को बार-बार नहीं छूना चाहिए। सार्वजनिक स्थानों पर जाने से पहले मास्क लगाना जरूरी है। मास्क का उपयोग करने से इन्फेक्शन एक से दूसरे में नहीं फैल सकता है।

उन्होंने कहा कि अपने मंुह पर और आंखों पर हाथ लगाने से बचे और सरकार द्वारा समय-समय पर जारी की जाने वाली हिदायतों का अनुसरण करें। अगर कोई भी व्यक्ति बिना मास्क व सार्वजनिक स्थानों पर थूकता है तो उस पर जुर्माने का प्रावधान है। फेस मास्क नही लगाने वालों पर पहली बार में 500 रूप्ये का जुर्माना लगाया जाता है। यदि व्यक्ति दोबारा बिना मास्क के मिलता है तो उस पर एक हजार रूपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि कार्यस्थल पर काम करने वाले सभी कर्मचारियों के लिए भी फेस मास्क का प्रयोग अनिवार्य किया गया है। यदि व्यक्ति को खांसी, जुकाम , बुखार आदि के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत स्वास्थ्यकर्मियों से संपर्क करें और घरों से बाहर निकलने व अन्य व्यक्ति के संपर्क में आने से बचे। उन्होंने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमित लोगों के 80 प्रतिशत से ज्यादा मामले एसिंप्टोमैटिक मरीजों के सामने आ रहे हैं जो होम आइसोलेशन में इलाज के साथ ठीक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना से डरने की आवश्यकता नही है।

उन्होंने कहा कि बीपी, शूगर, हृदय की बीमारी, कैंसर , 65 वर्ष से अधिक आयु, गर्भवती महिलाएं घरों से निकलने से बचे।  उन्होंने कहा कि यदि जिला में सभी लोग इस बात का ध्यान रखें तो हम खुद के साथ-साथ अपने समाज को भी कोरोना से बचा पाएंगे और लगातार मास्क पहनकर कोरोना के खिलाफ इस जंग में अपने देश को विजयी बनाने में सफल हो पाएंगे।

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