– रोजाना लगभग 250 रजिस्ट्री हो रही है प्रतिदिन। गुरुग्राम 30 जून। अनलॉक 1.0 के दौरान जिस प्रकार से गुरुग्राम जिला में सभी व्यापारिक तथा वाणिज्यिक गतिविधियां सामान्य होती जा रही हैं, उसी प्रकार से अब जमीन, प्लाॅट व फलैट आदि की खरीद फरोख्त का कार्य भी धीरे धीरे गति पकड़ रहा है जिससे गुरूग्राम मे रियल एस्टेट कारोबार को पुनः पटरी पर आने की आस बंधी है। लाॅकडाउन के दौरान ठप हुए रियल एस्टेट कारोबार में फिर से अब जान आनी शुरू हुई है और अनलाॅक 1 होने के बाद लोग जमीन अथवा प्लाॅट व फलैट की रजिस्ट्री करवाने के लिए आने लगे हैं। जब अनलाॅक किया गया तब शुरूआती दौर में सप्ताह भर तो कोई इक्का-दुक्का ही रजिस्ट्री करवाने के लिए तहसील कार्यालय में पहुंचा। अब जैसे मार्किट तथा अन्य व्यापारिक गतिविधियां जोर पकड़ रही हैं वैसे वैसे लोग प्लाॅट अथवा फलैट की खरीद फरोख्त करके उसकी सैल डीड को रजिस्टर्ड करवाने के लिए गुरूग्राम तहसील में आ रहे हैं। अब पुनः तहसील कार्यालय में रजिस्ट्री करवाने के लिए आने वाले लोगों की संख्या धीरे धीरे बढ़ रही है। राजस्व विभाग के अधिकारियों के अनुसार अब रोजाना औसतन लगभग 250 रजिस्ट्री हो रही हैं। 20 अप्रैल से जिला में रजिस्ट्री प्रक्रिया को पुनः शुरू किया गया था। राजस्व विभाग द्वारा प्लाट, मकान, फ्लैट सहित अन्य जन सुविधाओं का कार्य नियमित किया जा रहा है। आंकड़ों पर नजर डाले तो पता चलता है कि शुरूआत में लगभग महीने बाद दिन में 50 से 100 रजिस्ट्रियां होने लगी थी जिनकी संख्या अब लगभग दो महीने बाद 200 से 250 प्रतिदिन की हो गई है। जिला में रजिस्ट्री का कार्य 6 तहसीलो तथा 3 उप तहसीलों नामतः- गुड़गांव, सोहना , पटौदी, फरुखनगर, मानेसर, वजीराबाद, बादशाहपुर, कादीपुर, हरसरू में प्रातः 9ः30 बजे से सांय 5 बजे तक की जा रही हैं। प्रवक्ता ने बताया कि रजिस्ट्री करवाने हेतु आने वाले लोग अब स्मार्ट तरीका अपनाते हुए घर से ही ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट लेकर पहुंच रहे है ताकि उनके समय की बचत हो और उनका काम जल्दी हो सके। रजिस्ट्री करवाने के लिए टोकन ‘जमाबंदी डाॅट एनआईसी डाॅट इन‘ से घर बैठे आॅनलाइन लिया जा सकता है। इस वैबसाइट पर प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करके इसमें दिए हुए विकल्पों में से चैक डीड अप्वाइंटमेंट अवेलेबिलिटी पर क्लिक करने पर टोकन प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण रजिस्ट्री करवाने के लिए आने वाले लोगों के बीच सामाजिक दूरी का भी विशेष रूप से ध्यान रखा जा रहा है। इतना ही नही तहसीलो को नियमित रूप से सैनिटाइज करवाया जा रहा है। यहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के मुंह पर फेस मास्क लगा होना सुनिश्चित किया जाता है और सैनिटाइजर के माध्यम से उनके हाथों को सैनिटाइज करवाया जाता है ताकि कोरोना संक्रमण ना फैले। लोगों से अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने का भी आग्रह किया जाता है। Post navigation फेस मास्क किसी भी तरह का हो उसे पहनने का तरीका सही होना चाहिए-सिविल सर्जन अब वर व वधू का आठवां वचन, चीनी भगाओ, स्वदेशी अपनाओ: पं. अमरचंद