राजनीति की बी टीम कौन ?

-कमलेश भारतीय

जब से हरियाणा बना तब से समय समय पर राजनीति की बी टीम के इल्जाम किसी न किसी राजनीतिक दल पर लगने का सिलसिला जारी है । आज तक यह फैसला नहीं हो पाया कि बी टीम आखिर है कौन सी पार्टी ?

मैं पिछले तेइस साल से हरियाणा में हूं और मैं भी नहीं पता कर पाया कि आखिर कब कौन सी पार्टी बी टीम की भूमिका में थी ? सन् 1997 में हरियाणा मेरी रिपोर्टिंग की कर्मभूमि बना । हिसार के साथ साथ जींद और फतेहाबाद भी मुझे सौंपे गये थे । इन साथ लगते जिलों में भी कवरेज के लिए जाने का अवसर मिलता रहा । किसान आंदोलन भी देखा जींद में पूरे उन्नीस दिन । हिसार में सन् 1997 के दिनों में चौ बंसीलाल मुख्यमंत्री थे और भाजपा उनकी सहयोगी पार्टी यानी बी टीम से नवाजी जाती विरोधियों द्वारा । उससे भी पहले चौ देवीलाल और मंगलसेन की जोड़ी रही लेकिन भाजपा को बी टीम ही कहा जाता रहा । तब ड्राइविंग संकट पर चौ देवीलाल रहते । फिर ड्राइविंग सीट पर चौ बंसीलाल रहे । भाजपा ने सन् 2014 के बाद पहली बार पूर्ण बहुमत प्राप्त किया और इस तरह बी टीम के ठप्पे से मुक्ति मिली । लेकिन तब इनेलो को कांग्रेस भाजपा की बी टीम कहती रही । अभय चौटाला नेता प्रतिपक्ष थे ।

अब इस बार विधानसभा चुनाव के बाद जजपा के साथ गठबंधन सरकार बनानी पड़ी और जाहिर है अब हालात बदल चुके । मनोहर लाल खट्टर ड्राइविंग सीट पर हैं और जजपा बी टीम के रूप में चर्चित हो रही है । इधर अभय चौटाला ने मानेसर भूमि घोटाले से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम निकाले जाने पर कांग्रेस को ही भाजपा की बी भी नहीं सी टीम करार दिया है । दूसरी ओर भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि जब मेरा नाम था ही नहीं , फिर सरकार क्या करती ? पर अभय चौटाला हैं कि भाजपा कांग्रेस की मिलीभगत की रट लगाये हुए हैं । उन्होंने तो इस बार सी टीम तक करार दिया है कांग्रेस को और उनकी नज़र में जजपा बी टीम है । यह नया नामकरण या वर्गीकरण सामने आया है । आज तक बी टीम से ही काम चल जाता था लेकिन अब सी टीम भी आ गयी ? तो क्या डी टीम बसपा को अभय ने अपने साथ मिला कर खत्म करने का काम किया ? उन्होंने कहा कि हुड्डा का यह कहना कि कांग्रेस ही मुख्य विपक्षी दल है यह झूठ है । वे तो भाजपा के साथ मिले हुए हैं । यानी सी टीम हैं ।

यह फैसला तो जनता कर लेगी कि कौन किस वर्गीकरण में आता है ।

इधर पूर्व उपराजयपाल चंद्रावती के इलाज में लापरवाही के चलते रोहतक पी जी आई के प्रबंधन ने आपातकालीन विभाग के एस एम ओ को छह माह के लिए सस्पेंड कर दिया है । बड़ी बात यह है कि यदि वीआईपी का इलाज में लापरवाही की जा रही थी फिर आम आदमी का क्या होता होगा पीआई में ?

कांग्रेस आज गलवान में मारे गये जवानों की स्मृति में शहीदों को सलाम कार्यक्रम करने जा रही है

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