पूर्वजों की याद में 28 जून 2020 को लंदन में “दादा नगर खेड़ा/भैया/भूमिया/जठेरा” की धोक लगाने का कार्यक्रम रमेश गोयत चंडीगढ़,26 जून- हरियाणा, उत्तरप्रदेश, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड समेत उत्तर भारत के विदेशों में बसे युवाओं ने अपनी सभ्यता एवं संस्कृति को बनाए रखने तथा नई पीढ़ी को अवगत करवाने के लिए एक अनूठी पहल की है। उदारवादी जमींदारी परिवेश के इन युवाओं ने अपने पूर्वजों की याद में 28 जून 2020 को लंदन में “दादा नगर खेड़ा/भैया/भूमिया/जठेरा” की धोक लगाने का कार्यक्रम तय किया है जिसमें परम्परागत तरीके से “दादा नगर खेड़े” का प्रतीकात्मक डिजाइन बना कर औरतों की अगुवाई में धोक-ज्योत की जाएगी। कार्यक्रम को ज़ूम व् फेसबुक दोनों पर लाइव चलाया जाएगा जिसके माध्यम से ब्रिटेन के अलावा, फ्रांस, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, कनाडा, दुबई, जापान,जर्मनी समेत विश्व के अनेक देशों में बसे भारतीय इस कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़ेंगे और संस्कृतिवेताओं एवं साहित्यकारों के विचारों से अपने ज्ञान में वृद्धि करेंगे। उदारवादी जमींदारा (उज्मा) बैठक यूरोप के संरक्षक एवं इस कार्यक्रम की आयोजक टीम के सदस्य फूल सिंह मलिक (फ्रांस) ने बताया कि यह ” पहला अंतरराष्ट्रीय दादा नगर खेड़ा/भैया/भूमिया/जठेरा धोक दिन” मनाया जा रहा है, जो कि प्राचीन विशाल हरयाणा व् पंजाब का साझा व् अग्रणी आध्यात्म रहा है। विश्व के इतिहास में अपने देश से बाहर इस तरह का कार्यक्रम आयोजित कभी नही हुआ। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विदेशों से लेकर भारत की नई पीढ़ी को अपने पुरखों के आध्यात्म व् कल्चर से जोड़ना है। लंदन में कार्यक्रम की आयोजक टीम के सदस्य व् कार्यक्रम के वेन्यू स्थल के प्रमुख रोहित अहलावत ने बताया कि इस अनूठे कार्यक्रम में प्राचीन विशाल हरयाणा (हरियाणा, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, दक्षिणी उत्तराखंड, उत्तरी राजस्थान) व् पंजाब की धरती से हरयाणवी व् पंजाबी आर्ट व् कल्चर, इतिहास व् हेरिटेज और राजनीति की कई बड़ी हस्तियां भारतीय समयानुसार सायं 7.30 बजे से 10 बजे तक जूम व फेसबुक पर कार्यक्रम से लाइव जुड़ेंगी और संस्कृति पर विचार सांझा करेंगी। उन्होंने आगे बताया कि कार्यक्रम में हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यन्त चौटाला बतौर मुख्य अतिथि अपना वक्तव्य देंगे। आयोजक टीम के अमेरिका से सदस्य अनिल राठी व् ऑस्ट्रेलिया से मंजीत साहू ने बताया कि उन्होंने यह भी बताया कि दादा नगर खेड़ा, उनके वास्तविक पूर्वजों का स्थापित किया हुआ गाम-खेड़ों का सबसे बड़ा आध्यात्म व् प्रेरणा का स्त्रोत धाम होता है। दादा भैया की केवल और केवल औरतों की निगरानी में धोक लगाई जाती है जो कि जेंडर सेंसिटिविटी की बेमिसाल बानगी है| इनके अलावा सुप्रसिद्ध रेसलर व एक्टर संग्राम सिंह, शार्प-शूटर दादी चंद्रो तोमर, हरयाणवी साहित्य के प्रख्यात ज्ञाता व कलाकार हरविंद्र मलिक, हरयाणवी साहित्य के दिग्गज व् हरयाणा पुलिस के पूर्व एडीजीपी राजबीर देशवाल, मशहूर गायक गजेंद्र फोगाट, भारतीय कबड्डी संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र पहल, सर्वजातीय सर्वखाप अध्यक्षा संतोष दहिया, प्रसिद्ध समाजसेवी सुदीप कलकल, आल इंडिया रेडियो के भूतपूर्व डायरेक्टर रामफल चहल, मशहूर वेटरन एक्टर रघुवेंद्र मलिक, ऑस्ट्रेलिया से हरयाणवी जलवा स्टारर नीतू सिंह मलिक, मर्चेंट नेवी चीफ इंजीनियर हरपाल सहारण, राजेश्वर जाखड़, लंदन से सरला चौधरी, विकास पंवार, राकेश सांगवान, मीत मान, प्रवीण नैन, समर कादयान, पंकज सांगवान, देविका सिवाच, किरण मलिक, नेपाल सहरावत, सुरेश देशवाल आदि काफी गण्यमान्य अपनी सभ्यता एवं संस्कृति के बारे में विचार रखेंगे। Post navigation 20 वीर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी शहादत को सलाम पुलिस में कार्यरत 4500 एसपीओ को जून 2021 तक के लिए सेवा विस्तार को स्वीकृति