26 जून 2020, गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सेना के 20 जांबाज सैनिकों को सलाम करने कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत आज स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने 1962 के भारत-चीन युद्ध में चीनी सेना को चूशूल की पहाडिय़ों पर रेजांगला पोस्ट पर चीनी सैनिकों के दांत खट्टे करते हुए कुमाऊनी रेजीमेंट की चार्ली कंपनी के दक्षिण हरियाणा से संबंधित 114 जांबाज शहीद सैनिकों के धारूहेड़ा चुंगी रेवाड़ी स्थित रेजांगला शहीद स्मारक पर जाकर इन जांबाज शहीदों के साथ 15 जून 2020 को गलवान घाटी में चीनी सेना को भारतीय सीमा से खदेड़ते हुए हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय सेना के सभी 20 वीर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करके उनकी शहादत को सलाम किया1

विद्रोही ने कहा कि जिस तरह 18 नवंबर 1962 को चूशूल की पहाडिय़ों पर रेजांगला पोस्ट पर कुमाऊनी रेजीमेंट की चार्ली कंपनी के दक्षिणी हरियाणा से संबंधित 120 रणबांकुरे जांबाज सैनिकों ने चीनी सेना की पूरी एक बटालियन के दांत खट्टे कर के उन्हें हराते हुए 114 वीर सैनिकों ने शहादत देकर अपना अमर अमर बलिदान दिया था1 उसी तरह 15 जून 2020 को गलवान घाटी में कर्नल बी संतोष के नेतृत्व में निहत्थे भारतीय सैनिकों ने पत्थरों, राडों, नोकिले हथियारों से लैस चीनी सेना को भारत भूमि से खदेड़ते हुए 20 सैनिकों ने शहादत देकर एक और अमर बलिदान भारत की सीमा की रक्षा के लिए दिया1 जिस पर पूरे देश को गर्व है1         

 विद्रोही ने कहा पूरा देश गलवान घाटी के अपने वीर शहीदों को सलाम करते हुए मजबूती के साथ सेना के साथ खड़ा है1 हमें गलवा घाटी में शहीद हुए सैनिकों के बलिदान पर ज़हां गर्व है, वही प्रधानमंत्री मोदी जी की चीनी घुसपैठ के प्रति दिखाई गई अक्षमता पर क्षोभ भी है1 शहीदों सैनिकों को सलाम करते हुए हम प्रधानमंत्री मोदी से जानना चाहते हैं कि वे साफ शब्दों में देश को बताए चीनी सेना ने भारतीय सीमा पर कब्जा किया है या नहीं? यदि कब्जा नहीं किया तो भारत के सैन्य अधिकारी चीनी सैन्य अधिकारियों से किस बात की बैठक पर बैठक कर रहे हैं1       

 विद्रोही ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी देश को यह बताते क्यों डर रहे हैं कि चीनी सेना ने भारत की भूमि पर घुसपैठ करके कब्जा किया है1 प्रधानमंत्री चीनियों के प्रति इतने नरम क्यों हैं? वे चुप्पी साधकर भारतीय सेना का मनोबल क्यो गिरा रहे हैं?विद्रोही ने पूछा 15 जून को गलवान घाटी में चीनी सेना को भारत भूमि से खदेडऩे वाले सैनिक निहत्थे क्यों भेजे गए? इसके लिए जवाबदेह कौन है? मोदी जी जवाबदेही लेने से क्यों घबरा रहे हैं?       

विद्रोही ने कहा कि चीनी सेना व चीन को करारा जवाब देने बजाय मोदी-भाजपा-संघी सरकार कांग्रेस पर हमला करके चीनी सेना की घुसपैठ पर दड़ मारकर 15 जून को गलवान घाटी में शहीद हुए जांबाज शहीद सैनिकों व भारतीय सेना का अपमान क्यों कर रहे है?

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