अशोक कुमार कौशिक नारनौल। शहर के सारे बाजार खुल रहे हैं। सभी दुकानें खुल रही है, पर कुछ दिनों से आजाद चौक की पुरानी सब्जी मंडी के दुकानदारों को खोलने से मना क्यों किया जा रहा है? इसका उतर अभी तक न तो प्रशासन ने दिया है और न ही जनप्रतिनिधियों ने। कोरोना महामारी और लाकडाउन की आड़ में मनमानी करने का आरोप लगाया जा रहा है। दुकानदारों ने बताया अनलॉक होने के बाद ये लोग अपनी दुकान नियमों का पालन करके खोल रहे थे। उनको दो दिनों से मार्केट कमेटी प्रशासन का आदेश बता कर बंद करवा दिया है। अब इन दुकानदारों के साथ जिला प्रशासन तक बात पहुंचाने के लिए ना तो सब्जी मंडी के पदाधिकारी और ना ही नारनौल के कोई नेता साथ जाने को तैयार है आखिर यह कैसी राजनीति है? मंडी के पदाधिकारी और कुछ नेता उनका ज्ञापन लेकर खुद उपायुक्त को देने की बात तो कह रहे हैं लेकिन प्रशासन के पास क्यों नहीं जाना चाह रहे हैं बहुत ही विचारणीय बात है। अब यहां विचारणीय सवाल है कि क्या नारनौल के सब्जी मंडी के इन दुकानदारों की दुकान बंद करवाने के लिये हरियाणा सरकार ने स्पेशल आर्डर जिला प्रशासन को दिये है, यदि दिये है तो वो सार्वजनिक किये जाने चाइए। इस मामले में अभीतक जनप्रतिनिधियों ने भी कोई पहल नही की है। Post navigation मुख्यालय नारनौल को जिला घोषित किए जाने की घोषणा का स्वागत किया भगवान परशुराम सेवा समिति ने हिंदुस्तान में कोरोना बीमारी के रोगियों का रिकवरी रेट दूसरेे देशों की तुलना मे बहुत अच्छा:रामबिलास शर्मा