लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक टकराव के दौरान भारतीय सेना का एक अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए हैं। भारतीय सेना द्वारा यह जानकारी दी गई है। वहीं इस झड़प में चीनी सेना का भी खासा नुकसान हुआ है, जानकारी के अनुसार चीनी सेना के भी तीन से चार जवान इस झड़प में मारे गए हैं। लद्दाख इलाके में यह 1962 के बाद ऐसा पहला मौका है जब सैनिक शहीद हुए हैं। भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर हरियाणा मानेसर के अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता ऐ के शर्मा ने प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा- चीन ने जो हरकत की है, उसका मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। उन्होंने केन्द्र सरकार से चीन को उसी की भाषा में जवाब देने की मांग की है। यह सेना पर नहीं बल्कि इसको देश पर हमला माना जाना चाहिए। और मुझे पूरा विश्वास है कि मोदी सरकार इस विवाद को जल्द से जल्द निपटा लोगी। उन्होंने गलवान घाटी में शहीद हुए तीनों जवानों को नमन करते हुए 2 मिनट का मौन रखा। Post navigation कोरोना बेकाबू : जून के दूसरे पखवाड़े के दूसरे दिन ही 200 के पार जीएमडीए द्वारा सीएलयू के लिए शर्तों को पूरा करने का समय 30 जून तक