पुलिस कमिशनरी लागू होने के बाद गुरुग्राम का रुतबा बढ़ा, इसके साथ साथ स्मार्ट पुलिसिंग में भी इजाफा हुआ। उक्त विचार गुरुग्राम पुलिस की डीसीपी हेडक्वार्टर नितिका गहलोत ने व्यक्त किये। डीसीपी नितिका गहलोत मंगलवार देर शाम को गुरुग्राम पुलिस कमिशनरी दिवस के उपलक्ष्य में पुलिस शहीद फाउंडेशन हरियाणा द्वारा इम्युनिटी बुस्टर पेय ओर मास्क वितरण कार्यक्रम में जिला पुलिस लाइन में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थी। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी फाउंडेशन के सदस्यो ओर पुलिस कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के परिवेश में गुरुग्राम पुलिस हर चुनोतियो से निबटने को सक्षम है। पुलिस कमिशनरी लागू होने के पश्चात गुरुग्राम के सभी अधिकारियों व कर्मियों ने बहुत ही स्मार्ट तरीके से कॉमिनिटी पोलिसिंग को निभाया है। इसके साथ साथ जहा पुलिस को अधिक शक्तियां मिली वही जिम्मेदारी भी बढ़ी। डीसीपी गहलोत ने कहा कि पहले एक ही एस पी स्तर का अधिकारी होता था उस समय गुरुग्राम की जनसंख्या भी अनुपात में काफी कम थी लेकिन जब पुलिस कमिशनरी लागू हुई उस समय के ढांचागत विकास ओर जनसंख्या को देखते हुए सरकार ने गुरुग्राम में कमिशनरी लागू करके जिले के विकास को रफ्तार दी, ओर गुरुग्राम को साइबर सिटी ओर मिलेनियम सिटी का नाम दिया गया। उन्होंने कहा कि एक ओधोगिक हब के रूप में विकसित हुए आज गुरुग्राम पुलिस में एडीजीपी स्तर के अधिकारी को पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया हुआ है, इनके अतिरिक्त 7 डीसीपी ओर लगभग15 एसीपी लेवल के अधिकारी तैनात है। कमिशनरी लागू होने से ट्रैफिक विंग, साइबर क्राइम व अन्य काफी विंग अलग बनने से जहा आमजन को सुविधा हुई है वही कानून व्यवस्था भी दुरुस्त हुई है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुलिस शहीद फाउंडेशन हरियाणा के अध्यक्ष एडवोकेट आर एल शर्मा ने कहा कि आज के परिवेश में पुलिस की जिम्मेवारी बढ़ गई है, ओर आमजन के विश्वास को जीतना पुलिस के लिए चुनोती पूर्ण कार्य है। श्री शर्मा ने कहा कि आज की इस महामारी के दौरान पुलिस ने जो एक योद्धा वाली भूमिका निभाई वह वाकई सराहनीय व बेहतरीन है। श्री शर्मा ने कहा कि इस महामारी के दौरान पुलिस ने फ्रंट मोर्चे पर रहकर जो अपने कर्तव्य को अंजाम दिया वो आमजन के लिए अनुकरणीय रहा ओर पुलिस का एक मानवीय चेहरा सामने आया, इसी को देखते हुए आज समाज के काफी संगठन पुलिस की सहायता और सम्मान के लिए आगे आए है,इसी कड़ी में आज पुलिस कमिशनरी दिवस के उपलक्ष्य में आज फाउंडेशन ने गुरुग्राम पुलिस के लगभग 8500 पुलिस कर्मियों के लिए इम्युनिटी बुस्टर पेय ओर मास्क वितरण का कार्यक्रम आरम्भ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फाउंडेशन के महासचिव दीपक मैनी ने बताया कि वर्ष 2007 में 8 जून को गुरुग्राम पुलिस में कमिशनरी लागू हुई थी जिससे गुरुग्राम पुलिस को न्यायिक व वितीय शक्तियां मिली थी। उन्हीने बताया कि पुलिस शहीद फाउंडेशन वर्ष 2004 से पुलिस वेलफेयर के कार्यो में कार्यरत है, उन्होंने मुख्य अतिथि डीसीपी हेडक्वार्टर नितिका गहलोत को आश्वासन दिया कि पूर्व की भांति ही फाउंडेशन समय समय पर पुलिस के साथ सहयोग और समन्वय जारी रखेगा। इस अवसर पर कार्यक्रम को सफल बनाने में समाजसेवी व उधोगपति राजीव पराशर, उद्योगपति मनोज जैन, एस एस थिरियांन, बनवारी लाल, डॉ सुजान सिंह, हरकेश शर्मा, उद्योगपति मनीश वर्मा के साथ साथ पुलिस लाइन के प्रभारी सब-इंस्पेक्टर डॉ सुनील कुमार, टीएसआई महेश कुमार, राजेश कुमार, एम एच सी पुलिस लाइन धर्मबीर सिंह ने विशेष भूमिका निभाई। इस अवसर पर काफी संख्या में पुलिस कर्मचारी व आरडब्लूए पुलिस लाइन के सदस्य उपस्थित रहे। Post navigation असमंजस में है हरियाणा भाजपा संगठन मेयर मधु आजाद ने निगम पार्षदों एवं अधिकारियों के साथ की बैठक