बन्द एवं अटी पड़ी नहरों का भी जीर्णोद्धार कराया जा रहा.
ग्रामीण मजदूरों से कार्य सुचारू रूप से कराया जा रहा

फतह सिंह उजाला
पटौदी।
 कोराना वायरस से जंग के बीच मनरेगा योजना स्थानीय ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रही है। मनरेगा के तहत काम लगातार गांव में ही काम मिलने से ग्रामीण मजदूरों को काफी आर्थिक मदद से राहत मिली है। वहीं वर्षों से बन्द एवं अटी पड़ी नहरों का भी जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। फर्रूखपगर खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी अंकित चैहान एवम् मनरेगा योजना के संयोजक पंकज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि इलाके में वर्षों से बन्द पड़ी नहरों की रिपेरिंग और मेंटीनेंस का कार्य किया गया है।

अधिकांश नहरों की सफाई का कार्य पूरा हो चुका है, इसके अलावा आई डबल्यू एम पी स्कीम के तहत डाबोदा, जराऊ, बसुंडा आदि में जोहडो का नवीनीकरण किया गया था, उनमें रिपेयरिंग का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा पटौदी खण्ड में लुहारी माइनर, फरीदपुर सब माइनर एवम में सफाई और मुरम्मत का कार्य पूरा किया जा चुका है। एस एल सी मुसेदपुर माइनर, में पानी छोड़ दिए जाने से काम कुछ समय के लिए बंद रखा गया है। इसके अलावा पटौदी के गुढाना, दौलताबाद, मुजफरा, शेरपुर माइनर, पटौदी डिस्ट्रीब्यूटरी आदि में मनरेगा योजना के तहत ग्रामीण मजदूरों से कार्य सुचारू रूप से कराया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा है कि मनरेगा योजना के तहत गांव में ही काम मिलने का मौका दिया गया है इसे हाथ से नहीं जाने दिया जाए।

मनरेगा योजना का ज्यादा लाभ उठाएं। इस योजना को पटौदी और फर्रूखनगर इलाके में प्रभावी तरीके से लागू कराने में पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता का अहम योगदान बताते हैं। उन्होने ही इलाके की नहरों को साफ करके उनमें पानी छोड़े जाने की प्रदेश सरकार से सिफारिश की थी। 

error: Content is protected !!