सोहना ! बाबू सिंगला. कोरोना एक बीमारी नहीं बल्कि महामारी है| जिसको जंग करके ही विजय हासिल की जा सकती है| लोगों को धैर्य व साहस के साथ लड़ाई लड़नी होगी| जिसके लिए सावधानियाँ अतिअनिवार्य हैं| यह बात सोहना तहसीलदार बंसीलाल ने नगरपरिषद् सभागार में आयोजित कोविद-19 से बचाव के लिए बैठक में पार्षदों के समक्ष कही| इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि महामारी से बचाव किये जाने के लिए जागरूकता अभियान चलाना अनिवार्य है| जिसमें पार्षदों, समाजसेवियों, नंबरदारों आदि का सहयोग जरूरी होगा| प्रशासन भी कंधे से कन्धा मिलाकर हर समय तत्पर रहेगा|

बैठक में कई पार्षदों ने लॉकडाउन समय में प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी का आरोप भी लगाया है| जिस पर अधिकारियों ने लीपापोती करके मामले को शांत करा दिया है|बुधवार को नगरपरिषद् सभागार में कोविद-19 से बचाव किए जाने को लेकर बैठक का आयोजन किया गया| उक्त बैठक एसडीएम सोहना चिनार चहल के ना पहुँचने पर तहसीलदार बंसीलाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई| बैठक में चंद पार्षद ही मौजूद दिखाई दिए| जबकि महिला पार्षद कोई भी मौजूद ना थी| उनके स्थान पर पार्षद पति मौजूद नज़र आए| प्रशासन ने उक्त बैठक लोगों में जागरूकता लाने के लिए बुलाई थी| किन्तु बैठक शूरू होने से पूर्व ही कई पार्षदों ने अधिकारियों पर अनदेखी का आरोप लगाकर झड़ी लगा दी|

पार्षदों का आरोप है कि लॉकडाउन समय में भी प्रशासन ने किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं दिया था| लोगों ने अपने बल पर ही इस मुसीबत के समय में संघर्ष किया है| पार्षदों ने डिस्ट्रेस टोकन मामले में भी धांधली का आरोप लगाया है| उन्होंने कहा कि परिषद् विभाग द्वारा सभी पार्षदों से गरीब परिवारों की सूचि व फॉर्म जमा करा लिए थे| किन्तु ऐसे लोगों को आज तक भी राशन नहीं मिल सका है| बैठक में आरोपों के लगते ही अधिकारीगण तिलमिला गए और लीपापोती करने में जुट गए| आयोजित बैठक में प्रशासन व पार्षदगण मिलकर लोगों में विभिन्न प्रकार के माध्यमों के सहारे जागरूकता अभियान चलाएँगे| जिस पर सभी ने हरी झंडी दे दी है| बैठक में पार्षद परमिंदर बागड़ी, नगेश मुखी, राजेंद्र बागड़ी, विक्की लट्ठ आदि के अलावा परिषद् कार्यकारी अधिकारी अतर सिंह, नायब तहसीलदार, दलबीर सिंह दुग्गल, आदि मौजूद थे|

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