27 मई 2020. राष्ट्र निर्माता देश के प्रथम प्रधानमंत्री व आजादी आंदोलन के प्रमुख नायक पंडित जवाहरलाल नेहरू की 56वीं पुण्यतिथि पर स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने अपने कार्यालय मे उनको पुष्पाजंली अर्पित करके अपनी भावभीनी श्रद्धाजंली अर्पित की1 कपिल यादव, अजय कुमार, अमन कुमार एडवोकेट, यश यादव, डाक्टर वर्षा यादव ने भी पंडित जी को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए1 इस अवसर पर विद्रोही ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू जहां आजादी आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक थे, वहीं वे देश के प्रथम प्रधानमंत्री बनकर 18 वर्षो तक देश के प्रधानमंत्री रहे व देश के निर्माण की चहुंमुखी नींव उन्होंने ही रखी1 पंडित नेहरू सही अर्थो में राष्ट्र निर्माता थे। पंडित जी ने देश के विकास व अग्रणी राष्ट्र बनाने के लिए भारत को हर क्षेत्र में सशक्त किया1 पंडित नेहरू द्वारा अपनाई गई मिश्रित अर्थव्यवस्था का ही यह परिणाम था कि जब आज कोविड19, लोकडाउन संकट में भारतीय अर्थव्यवस्था का बुनियादी ढांचा मजबूत है1 तभी भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती से कोविड-19 संकट का सामना करने की हालत मे है1 विद्रोही ने कहा कि देश के आगे बढ़ाने के लिए नेहरू जी ने जहां मैडिकल शिक्षा, मैडिकल संस्थानों, एम्स, शोध-संस्थानों, प्रयोगशालाओं, अस्पतालों, मैडिकल कालेजों, शिक्षण संस्थाओं का जाल बिछाया, वहीं सांईस टैक्नोलॉजी के विकास के लिए बड़ी-बड़ी संस्थाये खड़ी की वे ही आज कोविड-19 संकट में काम आ रही1 कल्पना करें यदि राष्ट्र निर्माता नेहरु जी ने यह दूरदर्शिता नहीं दिखाई होती तो आज हमारी क्या हालत होती? दिन-रात हर बात के लिए नेहरू जी को कोसने वाले संघीयो को नेहरु जी का आभारी होना चाहिए कि वे आज सत्ता में रहकर नेहरू जी के उठाए दूरदर्शी कदमों के कारण कोविड संकट का मुकाबला करने की स्थिति में है1 विद्रोही ने कहा इस समय देश में बेरोजगारी की भारी समस्या का समाधान व अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए पूरे देश में पंडित नेहरू जी द्वारा बनाए मजबूत पीएसयूज ही सबसे बड़े सफल है1 स्पेस, आणविक व अन्य योजनाएं देश में बनाकर पंडित नेहरू जी ने दुनिया के साथ समान रूप से प्रगति का रास्ता अपनाया1 दुनिया को पंचशील का सिद्घांत देकर विश्व शांति का संदेश दिया, वहीं गुटनिरपेक्ष आंदोलन का गठन करके शीत युद्ध के मुहाने पर खड़ी दुनिया के समक्ष सोवियत रूस व अमेरिका के गुटों के अलावा विश्व शांति व भाईचारा की विचारधारा में विश्वास रखने वाले गुटनिरपेक्ष देशों का बड़ा धड़ा दुनिया में तैयार किया1 विद्रोही ने कहा कि पंडित जी ने अपने विचारों व कृतित्व से भारत को ही नही, अपितु पूरी दुनिया को प्रभावित किया। पंडित जी की धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सदभाव व शांति की विचाराधारा में गहरी आस्था थी1 भारत की प्रजातांत्रिक संस्थाओं को नेहरू जी ने इतनी दृढ़ता दी कि आज 73 वर्ष की आजादी के बाद भी भारत का लोकतंत्र दुनिया के लिए एक मिसाल बनता जा रहा है1 बच्चों के प्रिय चाचा पंडित नेहरू जी भारत ही नही अपितु पूरी दुनिया के लिए एक आदर्श नेता थे, जिनसे पूरी दुनिया आज भी प्ररेणा लेती है1 विद्रोही ने कहा कि यह महामानव पूरी दुनिया को दिशा देता हुआ 27 मई 1964 को इस नश्वर संसार से अवश्य चला गया, लेकिन उनकी विचाराधारा आज भी हमे मार्गदर्शन दे रही है1 ऐसे महामानव को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धाजंली देना अपने आप में गौरव की बात है1 वहीं विद्रोही ने रेवाड़ी के प्रथम विधायक राव अभयसिंह जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए1 विद्रोही ने कहा कि राव अभय सिंह जी एक सरल स्वभाव के राजनेता थे जो अपनी सादगी के लिए पूरे ईलाके में प्रसिद्ध थे1 वे सभी के साथ सहजता, विनम्रता व मिलनसारिता के साथ चलने वाले नेता थे1 Post navigation इस नाजुक दौर में भारत-नेपाल के रिश्तों में निर्मलता बनाये रखने के लिए भारत सरकार तुरंत पहल करे वीर सावरकर: एक क्रांतिकारी, दो आजीवन करावास