घटना पटौदी क्षेत्र के गांव खंडेवला की बताई गई. एसडीएम बोले पहले ही दर्ज है मामला, रिपोर्ट मांगी फतह सिंह उजालापटौदी। पटौदी क्षेत्र के गाँव खण्डेवला में गाँव के ही दबंगों द्वारा पंचायती भूमि से काटे जा रहे पेड़ों और भूमि पर अवैध कब्जा करने का मामला गरमाने लगा है । शिकायत के बाद भी संबधित अधिकारी, पुलिस विभागीय अधिकारी मामले की जांच से दूरी बनाये हुए है । जिसके चलते ग्रामीणों में रोष व्याप्त है । इस मामले में एसडीएम पटौदी राजेश कुमार का कहना है कि, संबंधि तमामले में पहले ही एफआईआर दर्ज हो चुकी है, फिर भी स्थानीय अधिकारियों से मौके की रिपोर्ट तलब की गई है। गांव खंडेवला निवासी धर्मबीर कौशिक ने बताया कि उनके गाँव में दबंगों द्वारा ने केवल बीते दिनों में पंचायती भूमि कब्जे किये बल्कि से बुधवार को एक व्यक्ति ने दो बड़ी कीकर के पेड़ काट लिये जिसकी सूचना ग्रामीणों ने पंचायत विभाग फर्रूखनगर को व एसडीएम पटौदी को दी, लेकिन प्रशासन ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया! दिन प्रतिदिन गाँव की पंचायती भूमि पर अवैध कब्जे हो रहे हैं, लेकिन न तो पंचायत और न प्रशासन इन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है! समझ में नहीं आता है कि आखिरी माजरा क्या है! अभी हाल ही में हेली मंडी रोड पर नहर के किनारे पर खड़ी हुई दो कीकर एक व्यक्ति ने काट ली और सबूत मिटाने के लिए उस पर मिट्टी डाल दी है। आरोप है कि जब ग्रामीणों के द्वारा एसडीएम पटौदी व ब्लॉक पंचायती अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई तो अभी तक मौके पर न तो कोई अधिकारी पहुंचा और न ही ग्राम पंचायत ने इसको ऐसा न करने के रोका गया है। उन्होने बताया कि उनके गाँव में भ्रष्टाचार जोरों पर हो रहा है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर हर क्षेत्रीय अधिकारियों तक कर चुके हैं। लेकिन किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है! उल्टा ही शिकायत कर्ता को धमकी मिलनी शुरू हो जाती है! उन्होने बताया कि गांव में हो रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए! वरना ग्रामीण सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठने के लिए मजबूर हो सकते है । Post navigation भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले सरकार के खिलाफ नारेबाजी की संघ से जुडे सभी संगठनों ने मुख्य पानी आपूर्ति की लाइन तोड़ डाली