अशोक कुमार कौशिक

युवा इंजीनियर आलोक यादव

 नारनौल । क्षेत्र के गाँव नीरपुर निवासी युवा इंजीनियर आलोक यादव ने गूगल के ब्राउज़र में बग ढूँढ़ कर पौने चार लाख रूपये का पुरस्कार जीता है।

आलोक यादव ने बताया कि पिछले वर्ष जब वह कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष का विद्यार्थी था तब गूगल के क्रोम ब्राउज़र में एक बग ढूँढा था।   जिसे मैंने दिल्ली के एक प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में पढ़ रही अपनी बहन अलका यादव के कहने पर गूगल को रिपोर्ट किया। गूगल ने इसे गम्भीर प्रवृति का बग मानते हुए इसे फिक्स करने के लिये कुछ समय माँगा। इसे फिक्स होने और अवार्ड घोषित होने में एक साल लगा।

  इस बग को रिपोर्ट करने के लिए गूगल ने पाँच हजार अमेरिकन डॉलर का अवार्ड घोषित किया। जिसकी कुल राशि तीन लाख 74 हजार पाँच सौ रूपये कल उसके खाते में जमा करवा दिए।

उल्लेखनीय है कि आलोक यादव पत्रकार शील यादव और वरिष्ठ साहित्यकार रघुविंद्र यादव का बेटा है। जिसने एस वी एन स्कूल, नीरपुर से नॉन-मेडिकल में बारहवीं करने उपरांत जे ई ई परीक्षा उतीर्ण की और जालंधर से कंप्यूटर साइंस में बी टेक की है। और आजकल एशिया की सबसे बड़ी आई टी कम्पनी टी सी एस, बैंगलोर में ट्रेनी सिस्टम इंजीनियर है।

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