नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सदस्य देशों को स्कूल खोलने से पहले कई बातों का ध्यान रखने की सलाह दी है जिनमें स्थानीय स्तर पर कोविड-19 के संक्रमण की स्थिति और बच्चों के बीच ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ बनाये रखने की स्कूल की क्षमता भी शामिल है। संगठन ने सोमवार को इस संबंध में एक दिशा-निर्देश जारी किया है जिसमें बताया गया है कि स्कूल खोलने से पहले सरकारों को किन कारकों पर विचार करना चाहिये। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. तेद्रोस गेब्रियेसस ने कोविड-19 पर नियमित प्रेस वार्ता में कहा ‘‘स्कूल खोलने या बंद करने का फैसला करते समय नीति निर्माताओं को कई कारकों का ध्यान रखना चाहिये। इस महामारी के संक्रमण और बच्चों पर इसके प्रभावों की स्पष्ट समझ जरूरी है। जहाँ स्कूल स्थित है वहाँ वायरस के संक्रमण के स्तर का ध्यान रखना होगा।सभी तरह की लेटेस्ट विविध एवं शैक्षणिक खबरों के लिए “हरियाणा एजुकेशनल अपडेट” फेसबुक पेज ज्वाइन करें। इसके साथ ही कक्षाओं के दौरान बच्चों के बीच सामाजिक दूरी बनाये रखने की स्कूल की क्षमता भी महत्वपूर्ण है। ”दिशा-निर्देश में कहा गया है कि यह भी ध्यान में रखा जाना चाहिये कि बच्चों के स्कूल आने-जाने के लिए सुरक्षित परिवहन व्यवस्था उपलब्ध है या नहीं, स्कूल में साफ-सफाई और सामाजिक दूरी के लिए पर्याप्त संसाधन हैं या नहीं, स्कूल के छात्रों और कर्मचारियों में कितनों के उनकी उम्र तथा अन्य कारणों से संक्रमित होने के बाद गंभीर रूप से बीमार पड़ने की आशंका है। Post navigation 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज में 7.79 लाख करोड़ रुपये की हो चुकी घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु