– एडीसी हितेश कुमार मीणा में नशा मुक्त भारत अभियान की जिला स्तरीय बैठक को किया सम्बोधित
-एडीसी ने बैठक में दिए निर्देश, नशा मुक्त भारत अभियान के तहत की जाने वाली एफ़आईआर व एटीआर को प्रहरी एप पर किया जाए अपलोड
गुरूग्राम, 25 मार्च- एडीसी हितेश कुमार मीणा ने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान में 100 मीटर के दायरे में तम्बाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लागू है। स्कूल-कॉलेज या अन्य शिक्षण संस्थानों के नजदीक बीड़ी, सिगरेट या अन्य तम्बाकू उत्पादों की बिक्री करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह निर्देश मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत गठित जिला स्तरीय कमेटी की बैठक को सम्बोधित करते हुए दी।
एडीसी ने कहा कि स्कूलों के नजदीक मादक पदार्थो का सेवन अथवा तस्करी हो रही हो तो कोई भी व्यक्ति इसकी सूचना पुलिस को दे सकता है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत जितनी एफआईआर दर्ज की गई है और उन एफआईआर पर क्या एक्शन लिया गया है इसकी रिपोर्ट प्रहरी ऐप पर अपलोड की जाए। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हर तीन महीने में होने वाली समीक्षा बैठक में उन्हें यह रिपोर्ट दिखाई जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि स्कूल वाइज जो टीमें गठित की गई है वो भी एक रिपोर्ट तैयार करें जिसमें कितने बच्चों को नशा करते हुए देखा गया है और क्या उनकी काउंसलिंग की गई या नहीं की गई है। इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार करके दिखाई जाए। जो संस्थान व अस्पताल नशामुक्त के संबंध में सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं उसमें कमेटी द्वारा इंस्पेक्शन कर, उनकी रिपोर्ट हमें भेजना सुनिश्चित करें।
हितेश कुमार मीणा ने कहा कि नशा मुक्त अभियान का उद्देश्य जिला में नशे की प्रवृति को रोकना और इसके दुष्प्रभावों से लोगों को जागरूक करना है। नशे की आदतें युवाओं में तेजी से फैल रही हैं, जो उनके स्वास्थ्य और भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं। इस अभियान के तहत स्कूलों, कॉलेजों, गांवों और शहरी इलाकों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके अलावा, नशे के नश्तर को पहचानने और इससे बचने के उपायों के बारे में लोगों को बताया जा रहा है। सरकार नशे के उपचार के लिए सहायता केंद्र भी स्थापित कर रही है, ताकि नशे की लत से जूझ रहे लोग इलाज करवा सकें। उन्होंने सभी नागरिकों को इस अभियान में सहयोग देने की भी अपील की, ताकि जिला को नशा मुक्त बना कर हर व्यक्ति का कल्याण किया जा सके।
बैठक में एसीपी ललित, जिला समाज कल्याण अधिकारी सरफराज खान, डबल्यूसीडीपीओ श्रीमती मुनीश, एएसएमओ सिविल अस्पताल अजय, बलवान सिंह, सुनील शर्मा, कर्मजीत, महाबीर सिंह, सतीश मल्हान उपस्थित रहे।