50 अति-निर्धन टी.बी. रोगियों को प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार वितरण का 32 महीने का सफर

हिसार – हिसार स्थित वानप्रस्थ सीनियर सिटीज़न क्लब ने प्रधानमंत्री निक्षय मित्र योजना के तहत अगस्त 2022 से अब तक 50 अति-निर्धन टी.बी. रोगियों को प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार किट्स वितरित कर समाज सेवा की एक मिसाल कायम की है।
पौष्टिक आहार से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
क्लब के महासचिव डा. जे. के. डांग ने बताया कि टी.बी. रोगियों के उपचार के साथ पौष्टिक आहार अत्यंत आवश्यक होता है। यह उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है जिससे वे जल्दी स्वस्थ हो सकते हैं। झोपड़पट्टियों में रहने वाले अत्यंत गरीब मरीज उचित पोषण नहीं ले पाते, जिससे उनके इलाज में बाधा आती है। इसे ध्यान में रखते हुए वानप्रस्थ संस्था ने सूर्यनगर और शिव कॉलोनी की झोपड़पट्टी में टी.बी. अस्पताल के अधिकारियों और आशा वर्करों के सहयोग से इस अभियान की शुरुआत की।

हर माह 50 मरीजों को पौष्टिक आहार वितरण
संस्था के 8-10 सदस्य हर महीने खुद जाकर मरीजों को प्रोटीन युक्त आहार किट्स वितरित करते हैं और व्यक्तिगत रूप से उनकी स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी लेते हैं। वे मरीजों को दवाइयाँ नियमित रूप से लेने और उचित पोषण अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं।
टी.बी. रोगियों को जागरूक करने की पहल
श्रीमति सुनीता बहल, डा. सुरेंद्र मोहन बहल, डा. पुष्पा खरब, डा. मनवीर, डा. इंदु गहलावत, डा. एस. एस. गहलावत, श्रीमति श्यामा गोसाईं, श्री आर. आर. गोयल, श्री उम्मेद सिंह, योगेश सुनेजा एवं अन्य सदस्य रोगियों को स्वच्छता और संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक करते हैं। वे मरीजों को सलाह देते हैं कि अपने बर्तन अलग रखें, मास्क का नियमित उपयोग करें और घर के अन्य सदस्यों को सुरक्षित रखें।
पौष्टिक आहार किट्स में क्या होता है?

प्रत्येक टी.बी. रोगी को 6 महीने तक हर माह यह आहार किट दी जाती है: 2 डिब्बे प्रोटीन पाउडर
1 किलो गुड़
1 किलो भुने हुए चने
1 किलो काले चने
1 किलो बेसन
2 पैकेट न्यूट्रेला
2 साबुन (हाथ धोने के लिए)
समाजसेवा में अनूठी पहल, सरकार ने की सराहना
वानप्रस्थ संस्था ही एकमात्र ऐसी संस्था है जो स्वयं मरीजों के पास जाकर अपने हाथों से आहार किट्स वितरित करती है। इस अभियान को सफल बनाने में क्लब के सदस्य और उनके मित्रगण आर्थिक सहयोग देते हैं।
हरियाणा सरकार और भारत सरकार ने वानप्रस्थ संस्था के इस मॉडल और प्रयास की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। यह संस्था वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी पूर्ण समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
वानप्रस्थ संस्था का यह निःस्वार्थ सेवा कार्य टी.बी. मुक्त भारत की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है!