कुल मिलाकर बजट में प्रदेश के लोगों को छलने का काम किया है: अदित्य देवीलाल
चंडीगढ़, 20 मार्च – बजट सत्र के नौवें दिन इनेलो विधायक दल के नेता अदित्य देवीलाल ने कृषि, कानून व्यवस्था, यातायात, सड़क एवं परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रदेश पर बढ़ते कर्ज़ जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने हरियाणा के गरीब, मजदूरों और छोटे व्यापारियों समेत सभी वर्गों की अनदेखी की है। कुल मिलाकर, यह बजट प्रदेश के लोगों को छलने का एक माध्यम बना है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने इस वित्त वर्ष के लिए बजट में 13% वृद्धि करने का दावा किया, जबकि वास्तविक वृद्धि केवल 7.9% रही। कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क परिवहन और जनस्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विभागों के बजट को पिछले साल की तुलना में घटा दिया गया है। सकल औद्योगिक उत्पादन में कमी आई है और राजकोषीय घाटा बढ़ा है।
अदित्य देवीलाल ने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि 2005 में जब स्वर्गीय ओम प्रकाश चौटाला मुख्यमंत्री थे, तब प्रदेश पर कर्ज़ 23,319 करोड़ रुपये था, जो 2014-15 में बढ़कर 70,943 करोड़ रुपये हो गया था। अब, भाजपा के साढ़े दस वर्षों के शासन में यह कर्ज़ बढ़कर 4.21 लाख करोड़ रुपये को पार कर चुका है।
एमएसपी पर छलावा
उन्होंने कहा कि सरकार ने जिन फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने की घोषणा की है, उनमें से कई फसलें हरियाणा में उगती ही नहीं, जैसे कि खोपरा, जूट और रागी। उन्होंने सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया और कहा कि सरकार किसानों को खाद और बीज के लिए लाइनों में खड़ा रखती है और उन पर लाठीचार्ज करती है।
कानून व्यवस्था पर सवाल
उन्होंने अपने साथ हुई एक रोडरेज की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि 10 मार्च को पंचकूला में उनके साथ यह घटना हुई, जिसकी उन्होंने वीडियो बनाकर तुरंत एसपी और डीसी को भेजी। लेकिन तीन बार कॉल करने के बावजूद किसी ने उनसे संपर्क नहीं किया। उन्होंने सवाल उठाया कि जब एक विधायक के साथ ऐसा हो सकता है, तो आमजन की सुरक्षा का क्या होगा?
पूर्व विधायकों की पेंशन बढ़ाने और विकास कोष की मांग
उन्होंने पूर्व विधायकों की पेंशन और मानदेय बढ़ाने की मांग उठाई और राजस्थान की तर्ज पर हरियाणा के विधायकों को हर साल विकास कार्यों के लिए 5 करोड़ रुपये देने की मांग रखी।
युवाओं को अवसर न मिलने के कारण वे विदेश जाने को मजबूर: अर्जुन चौटाला

इनेलो विधायक अर्जुन चौटाला ने बजट पर चर्चा करते हुए कहा कि सरकार का बजट केवल बड़े-बड़े दावों से भरा हुआ है, जबकि हकीकत में राज्य की वित्तीय स्थिति कमजोर हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य का कर्ज़ जीडीपी के मुकाबले 28% हो चुका है, जो नियमों के अनुसार बहुत अधिक है।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार राजस्व उत्पन्न नहीं करेगी, तो विकास प्रभावित होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उद्योगों को बढ़ावा देने के बजाय अपने ही उपक्रमों को बेचने पर ध्यान दे रही है।
शिक्षा क्षेत्र में कटौती
अर्जुन चौटाला ने कहा कि बजट में शिक्षा क्षेत्र में 2000 करोड़ रुपये की कटौती की गई है, जबकि राज्य की आबादी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने सरकार से युवाओं के लिए अधिक अवसर उपलब्ध कराने की मांग की।
सदन में इनेलो ही निभा रहा असली विपक्ष की भूमिका
उन्होंने कहा कि इनेलो ही सदन में असली विपक्ष की भूमिका निभा रहा है, जबकि कांग्रेस के बारे में उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि उन्हें कब सदन से वॉकआउट करना हो, इसका भरोसा नहीं किया जा सकता।
ऊर्जा क्षेत्र में कटौती
उन्होंने बजट में ऊर्जा क्षेत्र के लिए आवंटित धन में 23% की कमी को लेकर भी सवाल उठाए और कहा कि यदि ऊर्जा क्षेत्र में निवेश नहीं किया जाएगा, तो औद्योगिक विकास कैसे होगा? उन्होंने सरकार से ग्रीन एनर्जी और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की मांग की।
निष्कर्ष
बजट सत्र में इनेलो विधायकों ने भाजपा सरकार पर प्रदेश को आर्थिक संकट में डालने, युवाओं और किसानों की अनदेखी करने और कानून व्यवस्था को कमजोर करने के गंभीर आरोप लगाए। इनेलो विधायकों ने सरकार से जवाब मांगते हुए कहा कि यदि सरकार विकास में कटौती कर रही है, तो जनता के पैसे का उपयोग कहां किया जा रहा है?