मोदी-भाजपा-एनडीए सरकार ने रबी फसलों के एमएसपी में 130 से 300 रूपये प्रति क्विंटल की बढोतरीे की है जो केवल ढाई से 7 प्रतिशत के बीच है : विद्रोही सरकार ने जुमला उछाला है कि उसने इन फसलों के लागत मूल्य से 50 से 105 तक की वृद्धि की है जो झूठ का पुलिन्दा है : विद्रोही 17 अक्टूबर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने मोदी-भाजपा-एनडीए सरकार द्वारा रबी फसलों गेंहू, सरसों, चना, जौ, मसूर, सनफ्लावर फसलों में वर्ष 2024-25 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में की गई ढाई से 7 प्रतिशत की वृद्धि को ऊंट के मुंह में जीरा समान बताया। विद्रोही ने कहा कि रबी फसलों में की गई बढोतरी वर्तमान महंगाई व फसल लागत मूल्य से कही कम है। मोदी-भाजपा-एनडीए सरकार ने रबी फसलों के एमएसपी में 130 से 300 रूपये प्रति क्विंटल की बढोतरीे की है जो केवल ढाई से 7 प्रतिशत के बीच है। वहीं सरकार ने जुमला उछाला है कि उसने इन फसलों के लागत मूल्य से 50 से 105 तक की वृद्धि की है जो झूठ का पुलिन्दा है। मोदी सरकार एक ओर कह रही है कि वह स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार किसानों को लाभकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य दे रही है जबकि लागत मूल्य गणना में हेराफेरी करके उसे सी-2 फार्मूला की बजाय सी-वन फार्मूला के तहत गणना करके किसानों को ठगती है। विद्रोही ने कहा कि लागत मूल्य की गणना करते समय सरकार न तो किसान परिवार की मजदूरी जोडती है और न ही जमीन की कीमत जोडती है। एक तरह से झूठे आंकडे प्रस्तुत करके मोदी-भाजपा विगत दस सालों से फसलों का एमएसपी घोषित करते समय किसानों को ठगती आ रहे है। तभी किसानों की आय दोगुना होने की बजाय विगत दस सालों में क्या जो जस की तस है या मामूली बढोतरी हुई है, तभी केन्द्र सरकार की स्वयं की रिपोर्ट अनुसार किसानों पर कर्ज बोझ बढता जा रहा है। सवाल उठता है कि यदि किसानों को लागत मूल्य अनुसार लाभकारी एमएसी मिलता तो उस पर कर्ज बोझ बढने की बजाय घटा क्यों नही? किसानों पर बढता कर्ज बोझ स्वयं प्रमाण है कि सरकार का लागत मूल्य से ज्यादा लाभकारी मूल्य देने की बात करना किसानों के साथ ऐसी धोखाधडी है जिसे किसी भी सूरत में माफ नही किया जा सकता। मोदी-भाजपा-एनडीए ऐसी झूठी ठग सरकार है जो आंकडों में हेराफेरी करके न केवल किसान को अपितु पूरे देश के हर वर्ग, समुदाय को ठग रही है। 17 अक्टूबर 2024 स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन सरकार द्वारा विधिवत कार्यभार संभालने पर हार्दिक प्रसन्नता प्रकट की। विद्रोही ने कहा कि जम्मू-कश्मीर ने 6 साल बाद एक लोकतांत्रिक सरकार उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में बनी है जो जम्मू-कश्मीर व देश के लिए बहुत सुखद स्थिति है। विद्रोही ने जम्मू-कश्मीर में नेशनल कान्फ्रैस-कांग्रेस गठबंधन सरकार बनने पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उनके सभी मंत्रीयों, इंडिया गठबंधन के सहयोगियों व जम्मू-कश्मीर के आवाम को हार्दिक बधाई देते हुए जम्मू-कश्मीर के नागरिकों का आभार व अभिनंदन किया। Post navigation हरियाणा की सत्ता से खाली हाथ कांग्रेस किसे चुनेगी नेता प्रतिपक्ष ? हुड्डा या चंद्र मोहन …… दस रुपये की आरटीआई का प्रभाव 10,500 किलो मीटर दूर ऑस्ट्रेलिया तक हुआ