2014 में 56.15, 2019 में 44. 20 और अब 61 प्रतिशत मिले वोट भाजपा ने केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत की पसंद का ही भेजा उम्मीदवार पटौदी क्षेत्र से जिला गुरुग्राम को मिली दूसरी महिला विधायक फतह सिंह उजाला पटौदी । राजनीति का मैदान वही, लेकिन खिलाड़ी बदले गए और भारतीय जनता पार्टी की पटौदी विधानसभा क्षेत्र में विक्ट्री की हैट्रिक बन गई। हरियाणा प्रदेश के साइबर सिटी के नाम से पहचान बनाए हुए जिला गुरुग्राम में पटौदी विधानसभा सीट पर हरियाणा बनने के बाद में यह पहला मौका है, जब पॉलिटिकल मैदान में किसी पॉलिटिकल पार्टी के द्वारा विक्ट्री की हैट्रिक बनाई गई । भाजपा की इस विक्ट्री की हैट्रिक के साथ ही भाजपा के लिए एक उपलब्धि जिला गुरुग्राम की राजनीति से और उपलब्ध हो गई है । पटौदी विधानसभा क्षेत्र से ही दूसरी बार महिला विधायक ही वास्तव में जिला गुरुग्राम की भी एकमात्र दूसरी महिला विधायक हरियाणा विधानसभा में पहुंच गई है । 2014 में विमला चौधरी पटौदी से चुनाव जीत कर जिला गुरुग्राम की पहली महिला विधायक बनी और यही उपलब्धि वर्ष 2024 में भी राव इंद्रजीत सिंह के प्रयास से उनके खाते में दर्ज हो गई। वैसे तो भारतीय जनता पार्टी के द्वारा 2005 में भी और इसके बाद भी अपने उम्मीदवार पटौदी के राजनीति के मैदान में भेजे गए, लेकिन कामयाबी हाथ नहीं लगी। वर्ष 2014 में राव इंद्रजीत सिंह के भाजपा में शामिल होने के साथ ही पटौदी विधानसभा क्षेत्र से उनकी ही सबसे विश्वासपात्र कार्यकर्ता विमला चौधरी को उन्होंने चुनाव की टिकट उपलब्ध करवाई । 2014 में विमला चौधरी के रूप में और पीएम मोदी की प्रचंड लहर के बीच भाजपा को 56 .15 प्रतिशत के साथ में 75159 वोट प्राप्त हुए । इसके बाद 2019 में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा अपना उम्मीदवार बदल दिया गया और भाजपा को 2019 में 44 . 20 प्रतिशत के साथ 60663 वोट का समर्थन प्राप्त हुआ। उस समय भी केंद्र और प्रदेश में डबल इंजन सरकार के साथ-साथ भाजपा और मोदी के नाम की लहर से इनकार नहीं किया जा सकता है। वर्ष 2024 में पटौदी क्षेत्र से भाजपा की टिकट के लिए 15 से अधिक दावेदार सक्रिय रहे। पिछले दो चुनाव की तरह से भाजपा और भाजपा के चुनाव के रणनीतिकार दक्षिणी हरियाणा मैं अपने अधिक से अधिक विधायक बनाने के साथ हरियाणा में भी सरकार की हैट्रिक बनाने की रणनीति को लेकर मैदान में सक्रिय रहे। एक बार फिर राव इंद्रजीत सिंह अपनी विश्वासपात्र पूर्व विधायक विमला चौधरी को टिकट दिलवा कर पटौदी के चुनावी मैदान में ले आए। सबसे अधिक हैरानी की बात और विषय यही है कि इस बार प्रदेश में कांग्रेस की हवा और लहर के दावे के बीच में भाजपा को पटौदी से 61 प्रतिशत के साथ रिकॉर्ड तोड़ 96 473 वोट प्राप्त हुए हैं । इसका सीधा गणित है, यहां पर मुकाबला कांग्रेस और भाजपा में आमने-सामने का ही रहा। इससे पहले भाजपा के मुकाबले में भाजपा के ही बगावत करने वाले उम्मीदवार , जननायक जनता पार्टी, इंडियन नेशनल लोकदल सहित औसतन एक दर्जन उम्मीदवार मुकाबले में बने रहे । बहरहाल भाजपा के लिए और राव इंद्रजीत के लिए एक यह राजनीतिक उपलब्धि बन गई है कि पटौदी से भाजपा के द्वारा चुनाव के मैदान में अपनी विक्ट्री की हैट्रिक बना ली गई। Post navigation प्रजातंत्र में जनता का फैसला सर्वोपरि – पर्ल चौधरी जनादेश सर आँखों पर, लेकिन आदेश जनता का और जनतंत्र का होना चाहिए, ‘तंत्र’ का नहीं : सुनीता वर्मा