ये कैसे हो सकता है कि जो पार्टी पोस्टल बैलेट से सिर्फ 10 सीट जीतती हो, वो पार्टी दो तिहाई बहुमत से चुनाव जीत जाए? यह पूरी तरह से धोखाधड़ी और अपहृत चुनाव है।

क्या चुनाव आयोग बताएगा की स्ट्रॉंग रूम में रखी हुई ईवीएम 99 फीसदी चार्ज कैसे मिलीं और उसमें सिर्फ बीजेपी के ही सबसे ज्यादा वोट क्यों निकले, ये कोई संयोग है या लोकतंत्र का हरण?

जनता द्वारा ईवीएम पर उठाए जा रहे सवालों का चुनाव आयोग द्वारा क्यों नहीं दिया जा रहा संतुष्टि पूर्ण जवाब

पटौदी 9/10/2024 :-* ‘आप समझ सकते हो कि जिस प्रदेश के मतदाता बदलाव की बात कर रहे हों स्थानीय मीडिया से लेकर राष्ट्रीय मीडिया व सभी एग्जिट पोल तक अपनी रिपोर्ट में कांग्रेस की बढ़त दिखा रहे हों, कांग्रेस की सरकार बनेगी डाटा के आधार पर वो सब ऐसा कह रहे हों, सभी राजनीतिक विश्लेषक भी कांग्रेस को जीतता दिखा रहे हों फिर ऐसे में बीजेपी सरकार का बनना संदेह पैदा करता है।’ उक्त बातें हरियाणा कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग की प्रदेश उपाध्यक्ष और सोशल मीडिया की स्टेट कॉर्डिनेटर सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने 700 किसानों की सड़क पर मौत देखी। बेरोजगारी का गजब आलम देखा। भ्रष्टाचार देखा, बेचारगी और सभी वर्गों पर बीजेपी के कुशासन की बरसती लाठियां देखी ऐसे में फिर भी बीजेपी प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज कराती है तो ये ईवीएम का करिश्मा ही हो सकता है, जनता का नही। हमारे लिए ये चुनावी नतीजे अस्वीकार्य हैं, तंत्र के बलबूते लोकतंत्र का हरण किया गया है।

वर्मा ने कहा कि मैं खुद प्रदेश की करीब एक दर्जन विधानसभाओं में गई हूं वहां मुझे सब कुछ मिला लेकिन भाजपा कहीं नहीं मिली। मैने इसके पहले किसी भी चुनाव में बीजेपी सरकार के लिए जनता की इतनी नाराजगी नहीं देखी। उन्होंने कहा कि ऐसे में अगर भाजपा की जीत जनता को परेशान नहीं कर रही और सोचने पर मजबूर नहीं कर रही तो आप देश का बड़ा नुकसान कर रहे हैं। यह स्वाभाविक जीत नहीं है। इन्हे जनता वोट नहीं दे रही, फिर भी इनके वोट निकल कहां से रहे हैं। हरियाणा के जिन क्षेत्रों में भाजपा के लोगों को घुसने तक नहीं दिया गया हो वहां से भाजपा कैसे जीत गई?

महिला कांग्रेस नेत्री वर्मा ने कहा कि बीजेपी के सीएम नायाब सैनी का ये कहना कि ‘हमने अपने जीतने की सारी व्यवस्था कर ली है, चिंता की कोई बात नहीं हैं।’ ये साबित करता है की कहीं ना कहीं से कोई बड़ा मैनिपुलेशन है। ऐसा कैसे हो सकता है कि पोस्टल बैलेट में महज 10 सीट जीत पाने वाली पार्टी सरकार बना ले? उन्होंने कहा कि जो आपके अपने मोबाइल से पेगासस द्वारा जासूसी करा सकता है वो ईवीएम का खेल नहीं करा सकता? जब पेजर हैक होकर बम बन सकता है तो सॉफ्टवेयर से काम कर रही ईवीएम हैक नही हो सकती? क्या कोई बताएगा जब जाट और दलित सहित सभी वर्ग, पहलवान, किसान, गरीब, मजदूर, कर्मचारी, सरपंच, आशा वर्कर सहित पूरा प्रदेश बीजेपी के खिलाफ था तो फिर बीजेपी को वोट देकर जीता कौन रहा हैं? चुनाव आयोग या ईवीएम?

सुनीता वर्मा ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि वो मतदान वाले दिन 61फीसदी मत प्रतिशत बताता है और उसी के दो दिन बाद उन्ही के द्वारा 67 फीसदी मतदान बताना, है ना चमत्कार? बैलेट खुले तो कांग्रेस 75 पार और ईवीएम खुले तो हार? क्या चुनाव आयोग बताएगा की स्ट्रॉंग रूम में रखी हुई ईवीएम 99 फीसदी चार्ज कैसे मिलीं और उसमें सिर्फ बीजेपी के ही सबसे ज्यादा वोट क्यों निकले, ये कोई संयोग है या लोकतंत्र का हरण? उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम से ये लग रहा है जैसे कि कुछ दिग्गजों को चिन्हित करके हराया गया हो और साजिशन कांग्रेस का पूरा वोट बीजेपी को तथा बीजेपी का पूरा वोट कांग्रेस को ट्रांसफर कर दिया गया हो?

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