जिला गुरुग्राम की एकमात्र महिला विधायक, जो दो बार विधायक बनी

हरियाणा प्रदेश में अभी तक जिला गुरुग्राम से कोई महिला मंत्रीमंडल में नहीं

जिला गुरुग्राम से महिला विधायक की मंत्रिमंडल में अनदेखी क्यों

फतह सिंह उजाला 

गुरुग्राम / पटौदी । विधानसभा चुनाव परिणाम सामने आ चुके। कौन कहां से जीता और किस पार्टी को कितने विधायक जनता के द्वारा उपलब्ध करवाए गए, यह सभी के सामने है । अब चर्चा आरंभ हो गई है , हरियाणा की राजलीला में ताजपोसी के लिए। चर्चा आरंभ हो गई  तो कुछ विषय ऐसे हैं, जिनको चर्चा का केंद्र भी होना चाहिए।

सीधी सीधी बात यही है और इस विषय पर गंभीर चर्चा की भी जरूरत महसूस की जा रही है। आखिर पटौदी से महिला विधायक विमला चौधरी क्या हरियाणा सरकार में मंत्री बनने की हकदार बिल्कुल भी नहीं है ? इस विषय को लेकर यह भी कहा जा सकता है समय बर्बाद किया जा रहा है और यह भी माना जा सकता है कि ऐसा होना ही चाहिए। हरियाणा की राजनीति के इतिहास में अभी तक जिला गुरुग्राम से हरियाणा मंत्रिमंडल में किसी भी महिला को मंत्री पद की जिम्मेदारी नहीं सौंप गई है। इसका मुख्य कारण यही रहा है कि जिला गुरुग्राम की चारों विधानसभा सीट से कोई भी महिला विधायक का चुनाव नहीं जीत सकी । यह सिलसिला 2014 तक तो राजनीतिक दृष्टिकोण से और महिला अधिकार सहित महिला सम्मान के नजरिए से ठीक ठहराया जा सकता है। लेकिन 2024 में हरियाणा मंत्रिमंडल में जिला गुरुग्राम से पहली महिला विधायक का मंत्री होने के मुद्दे पर निश्चित रूप से गंभीर राजनीतिक और महिला सम्मान को केंद्र में रखते हुए चर्चा होनी ही चाहिए। आखिरकार देश की आधी आबादी महिला और सरकार बनाने सहित प्रजातंत्र और लोकतंत्र कहा जाए, इसमें भी आधी आबादी महिलाओं की ही है। यह विषय अलग है कि राजनीतिक पार्टियों समय-समय पर विधानसभा और लोकसभा में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण का मुद्दा उठाते हुए इसकी वकालत करती आ रही है। लेकिन धरातल पर परिणाम कुछ और ही दिखाई देता है।

पटौदी से भाजपा की विधायक बिमला चौधरी को प्राप्त हुए वोट की संख्या निश्चित रूप से एक रिकॉर्ड और चौंकाने वाला तथ्य है। 2024 में पटौदी से महिला विधायक विमला चौधरी 98045 वोट भाजपा के लिए लेने वालों में शामिल है। इससे पहले वर्ष 2014 में विमला चौधरी ने सर्वाधिक 75159 वोट लेकर भाजपा के लिए एक उपलब्धि उपलब्ध करवाई । अब सवाल यह आता है हरियाणा गठन होने के बाद वर्ष 2024 तक जिला गुरुग्राम की चार विधानसभा क्षेत्र से कितनी महिला विधायक जनता के द्वारा चुनी गई ? इसका एक ही जवाब है विमला चौधरी, जिला गुरुग्राम से दो बार महिला विधायक का चुनाव जीतने वाली एकमात्र महिला है । राजनीति में मंत्रिमंडल के गठन को लेकर जिले, क्षेत्रवाद और जातीय समीकरण को भी कहीं ना कहीं ध्यान में रखा जाता है । जिला गुरुग्राम में नगर निगम मेयर से लेकर जिला गुरुग्राम में शामिल पटौदी, हेली मंडी, फरुखनगर , सोहना नगर परिषद, नगर पालिका, जिला परिषद इत्यादि पर ध्यान दिया जाए तो लगभग ऐसे सभी चुनाव में महिलाएं अध्यक्ष या फिर मेयर के पद पर चुनी जा चुकी है।

नगर निगम, जिला परिषद, नगर परिषद, नगर पालिका, विभिन्न पंचायत में जब महिला के द्वारा प्रतिनिधित्व किया जा रहा है । तो फिर इस बात पर निश्चित रूप से और विशेष रूप से राजनीतिक दलों और राजनेताओं के बीच चिंतन सहित मंथन भी होना चाहिए की जिला गुरुग्राम से कोई भी महिला विधायक हरियाणा के मंत्रिमंडल में शामिल होने का अधिकारी ही नहीं है ? या फिर इसके और कोई कारण हो सकते हैं । चुनाव परिणाम आते ही अब इस बात को लेकर भी लोगों में कहीं ना कहीं जिज्ञासा महसूस की जाने लगी है । 1966 के बाद 2024 के बीच हरियाणा में अभी तक जितनी भी पॉलिटिकल पार्टियों की सरकार बनी है , क्या वर्ष 2024 में जिला गुरुग्राम की दूसरी महिला विधायक विमला चौधरी को जिला गुरुग्राम से हरियाणा सरकार में पहली मंत्री बनाकर लोकतंत्र में आधी हिस्सेदारी निभाने वाली महिला वर्ग का राजनीति के क्षेत्र में राजनीतिक इतिहास लिखा जाएगा ? यह सब भविष्य के गर्भ में है और रहस्य से पर्दा तब उठेगा, जब चंडीगढ़ में भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा।

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