पटौदी में 648 मतदाताओं ने अपना वोट दिया नोटा को जननायक जनता पार्टी 2019 की बोर्ड संख्या के आसपास भी नहीं आप के उम्मीदवार प्रदीप जाटोली कल 1829 वोट पर ही ठहरे सबसे अधिक वोट भाजपा की विमला चौधरी को 98045 51748 वोट कांग्रेस की पर्ल चौधरी अपने दम पर बटोरने में सफल फतह सिंह उजाला पटौदी । चुनाव का मैदान हो , कोई प्रतियोगिता हो या खेल का मैदान ही क्यों ना हो । जहां भी एक प्रकार से प्रतिद्वंदी आमने-सामने हो या फिर सीधा मुकाबला हो, परिणाम के बाद आम जनता और समर्थकों में चर्चा होना स्वाभाविक बात है। चर्चा इस बात को लेकर भी होती है कि कहां, किसके द्वारा किसके समर्थकों की या फिर व्यक्तिगत रूप से किसी न किसी क्षेत्र में कमी रह गई ? जिससे कि आने वाले समय में इस प्रकार की कमी को दूर किया जा सके । चुनाव के क्षेत्र में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के अलावा एक नया उम्मीदवार नोटा भी मतदाताओं के बीच में उपलब्ध रहता है । कभी-कभी तो नोटा चुनाव जीतने के उम्मीदवारों के दावेदारी पर भी भारी पड़ जाता है। वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में पटौदी आरक्षित विधानसभा सीट पर नोटा ने भी यहां चुनाव मैदान में उतरे दो उम्मीदवारों से अधिक वोट या फिर मतदाताओं का समर्थन प्राप्त किया है । यह भी अपने आप में एक चिंतन और मंथन का विषय होना चाहिए कि ऐसे उम्मीदवार जनता के बीच में क्यों पहुंचते हैं, जिनको अपेक्षित जन समर्थन प्राप्त ही नहीं हो सके या फिर उसकी संभावना ही नहीं के बराबर बनी हो। पटौदी विधानसभा सीट पर मतदाताओं के द्वारा 648 बार नोटा का बटन दबाकर अपना समर्थन दिया गया। इसके विपरीत आजाद उम्मीदवार गुरदास को 376 ही वोट प्राप्त हुए हैं । इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस के पूर्व अधिकारी सत्यवीर जनौला केवल मात्र 275 लोगों का ही विश्वास जीतने में सफल रहे। 2024 के विधानसभा चुनाव में हरियाणा की ही तरह पटौदी विधानसभा सीट पर भी भाजपा और कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार के बीच में सीधा मुकाबला बना रहा । लेकिन इससे अधिक रोचक पहलू चौंकाने वाला यह सामने आया है कि 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को जमुना बार पहुंचने वाली जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार दीपचंद के द्वारा 19629 वोट प्राप्त किए गए। इस बार जननायक जनता पार्टी और आजाद समाजवादी पार्टी गठबंधन का उम्मीदवार अमरनाथ जेई 2019 के कुल वोट 19629 के मुकाबले गिनती के 952 वोट ही प्राप्त करने में सफल रहे । इसी प्रकार से 2019 में इंडियन नेशनल लोकदल के द्वारा भेजे गए उम्मीदवार को केवल 1441 वोट ही मिले थे, लेकिन इस बार इंडियन नेशनल लोकदल तथा बहुजन समाज पार्टी के संयुक्त उम्मीदवार पवन भोडा वोट की संख्या 3194 तक पहुंचने में सफल रहे हैं। अब बात करते हैं स्थानीय उम्मीदवार प्रदीप जाटोली की, जो की 2019 में आजाद उम्मीदवार के तौर पर 5062 वोट संख्या अपने नाम दर्ज करवाने में सफल रहे। लेकिन इस बार अरविंद केजरीवाल के सुपरविजन वाली आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर प्रदीप जाटोली की उम्मीद पर लोगों ने झाडू फेर दिया, उनको केवल मात्र 1855 वोट ही लेकर संतोष करना पड़ा है। आमने-सामने के सीधे मुकाबले में भारतीय जनता पार्टी की दूसरी बार चुनाव लड़ रही बिमला चौधरी को अप्रत्याशित रूप से 98 हजार 45 वोट पटौदी विधानसभा क्षेत्र की जनता के द्वारा समर्थन में दिए गए। उनके मुकाबले में कांग्रेस पार्टी की सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट श्रीमती पर्ल चौधरी के ऊपर 51748 मतदाताओं के द्वारा भरोसा जताया गया। जबकि इससे पहले वर्ष 2019 में पटौदी विधानसभा सीट पर कांग्रेस के खाते में केवल मात्र 18994 वोट ही चुनाव रिकॉर्ड में दर्ज किए गए हैं । विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस टिकट दावेदारों की संख्या को देखते हुए, जिन हालात में पर्ल चौधरी के द्वारा अपने कंधे पर पूरे चुनाव को उठाकर कांग्रेस और अपने लिए 51000 से अधिक वोट लिए गए। यह भी अपने आप में पार्लर चौधरी के लिए व्यक्तिगत उपलब्धि मानी जा रही है । लेकिन उनके द्वारा इसका सारा श्रेय और मेहनत पटौदी क्षेत्र की 36 बिरादरी को समर्पित कर दिया गया है। Post navigation … पटोदी विधायक बिमला चौधरी क्या मंत्री बनने की हकदार नहीं ? गुरुग्राम पुलिस Staqu कम्पनी के JARVIS सॉफ्टवेयर की मदद से CCTV का उपयोग करके वाहनों पर लगी फर्जी/नकली नम्बर प्लेट्स व दस्तावेजों की जा रही है पहचान