अब अहीरवाल के नेताओं-कार्यकर्ताओं पर मोदी-शाह व उनकी निरूकुंश सत्ता का पैसाभर भी खौफ नही रहा। लोकसभा चुनाव परिणामों ने मोदी-शाह का राजनीतिक औरा व खौफ बिल्कुल ही ध्वस्त कर दिया है : विद्रोही

7 सितम्बर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने दावा किया कि हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए जिन 67 उम्मीदवारों को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है, उनमें 38 दलबदलु, अवसरवादी है। विद्रोही ने कहा कि 67 उम्मीदवारों में से 38 दलदबलु व अवरवादियों को टिकट देने से पूरे हरियाणा में भाजपा में जो जबरदस्त विस्फोट हुआ है, उसके चलते पहले से ही हार कगार पर खडी भाजपा की हार और भी सुनिश्चित हो गई है। भाजपा के कुकृत्यों से हरियाणा की जनता पहले ही खफा थी, अब भाजपा के टिकट वितरण से पार्टी कार्यकर्ता भी खफा हो गए है जिसके कारण भाजपा की चुनावों में और भी बुरी गत बननी तय है। दक्षिणी हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र को छोडकर कांग्रेस पहले ही शेष हरियाणा में भाजपा पर बढ़त बना चुकी थी। अब टिकट वितरण बाद अहीरवाल में भाजपा में जो सिर-फुटवैल सामने आई है, उसके चलते न केवल इस क्षेत्र में कांग्रेस की स्थिति मजबूत हो गई है अपितु कांग्रेस भाजपा को बैकफुट पर धकेलकर फु्रंटफुट पर आ गई है। 

विद्रोही ने कहा कि अहीरवाल की 11 विधानसभा सीटों पर विगत दो विधानसभा चुनावों में भाजपा ने एकतरफा कब्जा किया है जिसके चलते वर्ष 2014 व 2019 में भाजपा हरियाणा की सत्ता पर काबिज होने में सफल रही। लेकिन 2024 में भाजपा टिकट वितरण के बाद अहीरवाल में राजनीतिक पासा एकदम पलट गया है। इस सभी 11 सीटों पर भाजपा के ही दो स्पष्ट गु्रप मैदान में एक-दूसरे के सामने मुकाबले में डट गए है। भाजपा नेतृत्व लाख कोशिश कर ले, जितना चाहे सत्ता दुरूपयोग कर ले, अब अहीरवाल के नेताओं-कार्यकर्ताओं पर मोदी-शाह व उनकी निरूकुंश सत्ता का पैसाभर भी खौफ नही रहा। लोकसभा चुनाव परिणामों ने मोदी-शाह का राजनीतिक औरा व खौफ बिल्कुल ही ध्वस्त कर दिया है। विद्रोही ने कहा कि बदली राजनीतिक परिस्थितियों में अहीरवाल में राव इन्द्रजीत सिंह समर्थक व राव इन्द्रजीत सिंह विरोधी दो खेमों में भाजपा बट चुकी है। टिकट वितरण में हुई घात-प्रतिघात की राजनीति के बाद इन दोनो खेमों में इतनी गहरी खाई खुद गई है जो किसी के भी पाटने से पटने वाली नही है। अहीरवाल की सभी 11 सीटों पर भाजपा के दोनो खेमों में एक-दूसरे को हराने के लिए ऐडी-चोटी का जोर लगाने का मन बना चुके है। विद्रोही ने कहा कि अहीरवाल में भाजपा के दोनो खेमों में मनभेद व विरोध इतना बढ़ चुका है कि कांग्रेस अहीरवाल की सभी 11 सीटों पर न केवल फं्रटफुट पर आ गई है अपितु अधिकांश सीटे जीतने की स्थिति में भी पहुंच गई है। 

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