नगर परिषद ने दी अवैध कॉलोनी की एनओसी, तहसीलदार भी रडार पर इस घोटाले में एक दर्जन से अधिक लोग शामिल, जल्द होगी कुछ और गिरफ्तारियां भारत सारथी/कौशिक नारनौल। एंटी करप्शन ब्यूरो गुरुग्राम की टीम को नारनौल में अवैध रूप से एक कॉलोनी की एनओसी जारी करने, अनेक प्लाट काटे जाने व उनकी रजिस्ट्री करवाने पर नगर परिषद नारनौल के एक जेई और दो प्रॉपर्टी डीलरों के खिलाफ न्यायालय से 2 दिन का पुलिस रिमांड मिला है। गत दिवस (वीरवार को) इनको एसीबी टीम ने हिरासत में लिया था। एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा आज तीनों व्यक्तियों नगर परिषद के जेई विकास शर्मा, प्रॉपर्टी डीलर अमिश संघी व नवीन यादव को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा दलील दी गई कि इन लोगों से कुछ अन्य लोगों की संलिप्तता, धनराशि की रिकवरी तथा कुछ दस्तावेज हासिल करने हैं इसलिए चार दिन का पुलिस रिमांड दिया जाए। न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद 2 दिन का पुलिस रिमांड दिया है। अब एसीबी टीम फिलहाल उनसे पूछताछ करेगी। वहीं इस मामले में पटीकरा ग्राम के निवासी प्रॉपर्टी डीलर, नगर परिषद के तत्कालीन ईओ केके यादव, एक्सईन अंकित वशिष्ठ, रजिस्ट्री कर्लक व तत्कालीन तहसीलदार सहित एक दर्जन लोगों की संलिप्तता होने की चर्चा है। टीम तीनों को पूछताछ के लिए गुरुग्राम ले गई। जानकारी के अनुसार शहर के बहरोड़ रोड पर वेयरहाउस के पास एक जमीन की एनओसी नगर परिषद द्वारा जारी की गई थी। इसी एनओसी को आधार बनाकर प्रॉपर्टी डीलरों अमित संघी और नवीन यादव ने वहां पर एक ही एनओसी पर अनेक प्लाट काट दिए। एक ही एनओसी पर अवैध कॉलोनी में प्लाट काटे जाने की शिकायत कुछ लोगों ने एंटी करप्शन ब्यूरो को दी थी। एंटी करप्शन ब्यूरो इस मामले में कई दिनों से जांच कर रहा है। जांच के दौरान पता चला की प्रॉपर्टी डीलर नवीन यादव, अमित संघी व पटीकरा गांव के एक अन्य प्रॉपर्टी डीलर सहित एक दर्जन लोगों ने अनअप्रूव्ड कॉलोनी में ऊंचे दामों पर प्लाट काटने के लिए नगर परिषद के जेई विकास कुमार शर्मा के साथ मिलकर उसे अनअप्रूव्ड कॉलोनी के एक बड़े भूभाग की एनओसी करवा ली। इसके बाद उक्त प्रॉपर्टी डीलरों ने वहां पर इस एनओसी के आधार पर कई छोटे-छोटे प्लाट काट दिए। एक ही एनओसी सभी प्लाटों की रजिस्ट्री में लगाई गई। इसके हिसाब से तहसील कार्यालय के कर्मचारी और तहसीलदार की भी इसमें संलिप्तता को भी एंटी करप्शन ब्यूरो देख रही है। फिलहाल इस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने जेई विकास कुमार शर्मा के अलावा प्रॉपर्टी डीलर अमित संघी व नवीन यादव को हिरासत में लिया है। एंटी करप्शन ब्यूरो अब इन लोगों से इस प्रकरण में शामिल सभी लोगों के संलिप्त, धनराशि के लेन-देन व सभी दस्तावेजों की पड़ताल करेगी। इस पूरे प्रकरण में एक दर्जन से अधिक लोग शामिल बताए जा रहे हैं। इसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो गुरुग्राम की टीम उनकों पूछताछ के लिए अपने साथ गुरुग्राम ले गई। इस मामले में अभी कुछ गिरफ्तार या और होने बाकी है। नगर परिषद के जेई विकास शर्मा को लेकर गत दिनों ग्रीवेंस कमेटी में मामला उठने पर ग्रीवेंस कमेटी के अध्यक्ष बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने नारनौल में अपनी बैठक के दौरान नारनौल नगर परिषद जेई को चेतावनी दी हुई है कि वे अपना रवैया सुधार ले। जय विकास शर्मा के खिलाफ समाजसेवी उमाकांत छक्कड़ ने जब जन शिकायत निर्माण निवारण कमेटी में बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला के समक्ष शिकायत दी तब मंत्री ने इसे निलंबित कर दिया था। यह भी सनद रहे कि तत्कालीन उपायुक्त राज नारायण कौशिक के समय उनकी शिकायत पर शहर में एक इमारत की सील खोलने के मामले को लेकर भी मामला दर्ज हुआ था। विकास शर्मा के भ्रष्टाचार को लेकर जब शहर के समाजसेवी उमाकांत छक्कड़ तथा उस समय एक चैनल में काम करने वाले पत्रकार मनोज गोस्वामी ने आवाज उठाई तो उल्टा अपने राजनीतिक आकर के बलबूते पर उनके ऊपर ही मामला दर्ज करवा दिया था। इस बारे में विकास शर्मा के अधिवक्ता राकेश मेहता का कहना है कि जिस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने मामला बनाया है वह गैर मुमकिन जमीन का है। इस मामले में एनओसी अस्थाई रूप से दी गई थी, जो रजिस्ट्री होने से पूर्व ही निरस्त हो गई थी। यह एनओसी ईओ के के यादव की आईडी पर बनी थी। विकास शर्मा का इससे कोई लेना-देना नहीं है। उसे जानबूझकर फंसाया गया है। Post navigation नारनौल में एसीबी ने नप जेई- प्रॉपर्टी डीलरों को हिरासत में लिया नारनौल में श्रीमद भागवत कथा का चौथा दिन …….