भाजपा सरकार की नीतियों से किसानों के सामने गंभीर संकट 

सत्ता पाने के लिए  वायदेकर किसानों को बरगलाया गया

जरूरत के समय किसानों को नहीं मिलती खाद और अच्छे बीज

फतह सिंह उजाला 

गुरुग्राम 22 फरवरी । भाजपा सरकार की नीतियां किसान और कृषि  विरोधी साबित होती जा रही है। भाजपा और भाजपा सरकार की नीतियां और  नीयत किसान तथा कृषि हित की होती ? तो आज किसान कृषि मजदूर किसान परिवार के सदस्य सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर नहीं होते । भाजपा सरकार के द्वारा दिए गए आश्वासन और किए गए वादों को याद दिलाने के लिए ही किसान और किसान संगठन दिल्ली आने के लिए पहले ही घोषणा कर चुके थे । लेकिन प्रचंड बहुमत की भाजपा सरकार ने अनदेखा कर दिया । कांग्रेस नेत्री एवं सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट पर्ल चौधरी ने पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश के द्वारा विधानसभा में दिए गए वक्तव्य प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही ।

उन्होंने कहा इस बात में कोई भी संदेह नहीं है कि किसान पहले भी थे, आज भी हैं। लेकिन जिस प्रकार भाजपा सरकार की नीतियां बनाई जा रही है उसे देखते हुए आशंका और डर बनता जा रहा है । भविष्य में किसान और कृषि पर गंभीर संकट बनता दिखाई दे रहा है। किसानों को फसल बिजाई के लिए समय पर ने तो खाद उपलब्ध होती है और ना ही अच्छी गुणवत्ता के बीज उपलब्ध होते हैं । उन्होंने कहा भाजपा सरकार के शासनकाल में फर्टिलाइजर- खाद के दाम ऊपर गए हैं । लेकिन किसान को मिलने वाली खाद के बैग में खाद का वजन घटा दिया गया है। इतना ही नहीं मंडी में बेची गई फसल या उपज के सरकारी खरीद किया जाने के बाद समय पर किस को भुगतान भी नहीं मिल पाता है।

कांग्रेस नेत्री पर्ल चौधरी ने कहा एक तरफ तो भाजपा और भाजपा सरकार किसान तथा कृषि हितेषी होने का दावा कर रही है । लेकिन हकीकत यह है कि किसान के द्वारा गर्मी, सर्दी, बरसात, लू के थपेड़े सहते हुए खेत में उपजाई गई फसल बाजार और सरसों की पूरी खरीद तक नहीं की जाती है। किसानों से सरकार अपनी सुविधा के मुताबिक ही नकदी फसल बाजार और सरसों की खरीद कर्मचारी आठ आठ क्विंटल ही कर रही है । क्या यही भाजपा की किसान और कृषि हितैषी होने की नीतियां हैं ? बाकी बची फसल को किसान खुले बाजार में घोषित समर्थन मूल्य से कम बेचने पर मजबूर हो जाता है।

इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि किसान अपनी मांगों के लिए बीते 10 वर्ष के दौरान कोई पहली बार सड़क पर नहीं आए हैं । इससे पहले भी किसान अपनी मांगे लेकर और मनवाने के लिए सड़क पर उतर दिल्ली की तरफ आ चुके हैं । किसानों के द्वारा खेती के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले  ट्रैक्टर तथा डीजल इंजन इत्यादि में इस्तेमाल होने वाला ईंधन का दाम भी आसमान छू रहा है। कांग्रेस नेत्री पर्ल चौधरी ने कहा कि भाजपा यह कहती आ रही है की सबसे अधिक समय तक कांग्रेस ने शासन किया। लेकिन भाजपा को यह भी देखना चाहिए कि इतने लंबे समय तक कांग्रेस के शासनकाल में एक बार भी किसानों पर लाठी नहीं चलाई गई, आंसू गैस नहीं छोड़ी गई, सड़क नहीं खोदी गई, ना ही सड़कों बैरिकेडिंग करके किले ठोकी गई । मौजूदा समय में छात्र वर्ग की वार्षिक परीक्षाएं चल रही है । ऊपर से सरकार के द्वारा इंटरनेट बंद कर दिए गए । इसका खामियाजा युवा छात्र वर्ग सहित व्यापारियों और आम जनता को भी भुगतना पड़ रहा है । आखिर भाजपा और भाजपा सरकार अन्नदाता किसान से किस बात को लेकर डरी और घबराई हुई है ?

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