सीएम सिटी पटौदी से बात उठी है तो अब यह बात दूर तलक जाएगी हरियाणा के राज्यपाल के नाम पटौदी के एसडीएम को सोपा ज्ञापन पटौदी में लगे स्व राव वीरेंद्र सिंह की प्रतिमा और डिफेंस यूनिवर्सिटी का हो नाम फतह सिंह उजाला पटौदी 20 फरवरी । स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह की 103 वीं जयंती के उपलक्ष पर उनके निर्वाचन क्षेत्र पटौदी सीएम सिटी से मंगलवार को जो बात उठी, तो वह अब बात निश्चित रूप से दूर तलक जाएगी। हरियाणा प्रदेश के दक्षिणी हरियाणा और अहीरवाल इलाके के रहने वाले स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह की यादगार को जीवंत बनाने के लिए पहल की गई है। यह पहल पटौदी के पूर्व एमएलए स्वर्गीय भूपेंद्र चौधरी की पुत्री कांग्रेस नेत्री और सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट पर्ल चौधरी के द्वारा की गई । सेना अधिकारी और राजनेता के रूप में अपनी सशक्त और मजबूत पहचान बनाए रखने वाले स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह आज भी लोगों के दिलों दिमाग पर अमिट छाप बनाए हुए हैं। मंगलवार को कांग्रेस नेत्री पर्ल चौधरी के द्वारा हरियाणा के राज्यपाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री, हरियाणा के मुख्य सचिव के नाम पटौदी के एसडीएम को ज्ञापन सोपा गया । इस मौके पर मुख्य रूप से परमेश रंजन, रमेश खंडेवला, प्रवीण हकदारपुर, पूर्व पालिका अध्यक्ष हुकम सिंह, पूर्व पार्षद प्रवीण यादव, कुणाल, एडवोकेट योगेश, एडवोकेट निखिल, एडवोकेट मनीष, मनोहर लाल, जगदीश सिंह, सुरेंद्र सिंह, जरनैल सिंह, सुबे सिंह, हवा सिंह, धर्मवीर, दयाल, लीलू राम, खेमचंद, योगेंद्र सिंह व अन्य समर्थक और प्रबुद्ध ग्रामीण मौजूद रहे। हरियाणा के राज्यपाल के नाम ज्ञापन में मांग करते हुए ध्यान आकर्षित किया गया है कि स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह हरियाणा प्रदेश के पहले निर्वाचित मुख्यमंत्री रहे हैं। पटौदी की 36 बिरादरी ने उनको विधायक चुना और वास्तव में पटौदी सीएम सिटी के तौर पर भी पुकारा जाने लगा है । ऐसे में स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह के निर्वाचन क्षेत्र पटौदी में ही उनकी किसी भी प्रकार की यादगार नहीं होना मौजूदा युवा और आने वाली पीढ़ी के साथ अन्याय है । स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह का राज्य के विकास सहित किसान और खेती के लिए अतुलनीय योगदान रहा है । ज्ञापन में मांग की गई है कि पटौदी के मुख्य चौराहा का नामकरण स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह के नाम पर किया जाए। बिलासपुर कुलाना और दिल्ली -गुरुग्राम -रेवाड़ी के बीच पटौदी में मुख्य चौराहा पर ही स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह की प्रतिमा स्थापित होनी चाहिए। स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह के निर्वाचन क्षेत्र पटौदी और उनके गृह क्षेत्र रेवाड़ी के बीच मुख्य सड़क का नामकरण भी राव वीरेंद्र सिंह के नाम पर ही होना चाहिए । पटौदी विधानसभा क्षेत्र में बड़े गांव अथवा बड़ी पंचायत के साथ विचार विमर्श करके पर्याप्त और उचित जगह का चयन करके राव वीरेंद्र सिंह के नाम पर पुस्तकालय तथा रिसर्च सेंटर स्थापित किया जाए । सैन्य अधिकारी रहे स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह की सैनिक पृष्ठभूमि और की गई राष्ट्र सेवा को केंद्र में रखकर यह मांग भी की गई है कि राव विजेंदर सिंह के निर्वाचन क्षेत्र पटौदी के ही गांव बिनोला में निर्माणाधीन देश की पहली डिफेंस यूनिवर्सिटी का नामकरण भी स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह के नाम पर ही किया जाए। ज्ञापन सौंपने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस नेत्री पर्ल चौधरी ने कहा स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह सामाजिक और राजनीतिक जीवन में एक आदर्श रहे हैं। उनके द्वारा स्थापित मूल्य और आदर्श मौजूदा दौर में सभी के लिए मार्गदर्शन कर रहे हैं । अपने बुजुर्गों को सम्मान देना चाहिए और उनकी यादगार को आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाना यह समय की जरूरत बन गया है। Post navigation किसान आंदोलन की लपटे औद्योगिक क्षेत्र मानेसर में भी पहुंची …… पटौदी एमएलए जरावता ने जमीनों के मुआवजे का मामला उठाया