-एआईयूटीयूसी ने हड़ताल को समर्थन दिया 

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा नारनौल डिपो के सभी अध्यक्षों के द्वारा 24 फरवरी को होने वाली एक दिवसीय हड़ताल के संदर्भ में बस स्टैंड पर संयुक्त मीटिंग का आयोजन किया गया। इसके साथ ही सांझा मोर्चा ने हड़ताल के प्रति सरकार की नकारात्मक नीति की कड़ी आलोचना की है।

मीटिंग के पश्चात नेताओं द्वारा कर्मशाला एवं बस स्टैंड पर कर्मचारियों को हड़ताल के संबंध में जागरूकता अभियान चलाया गया। कर्मचारी नेताओं ने सभी लंबित मांगों को पूरा करने की मांग की। साथ ही सरकार से मांग की कि हरियाणा एवं केंद्र सरकार द्वारा हिट एंड रन के नाम से चालक विरोधी काला कानून वापस ले, 265 रूटों पर दिऐ जाने वाले परमिटों पर रोक लगाकर विभाग मे बसों का बेड़ा बढ़ाने का काम करे, वहीं विभाग में आने वाली 375 इलेक्ट्रिक बसों को प्राइवेट मालिकों को परमिट देने के बजाय किलोमीटर पर चलने वाली बस एवं इन पर कार्यरत चालकों को हरियाणा रोडवेज के बेड़े में मर्ज कर विभाग में कर्मचारियों की पक्की भर्ती की जाए जिससे रोडवेज का कर्मचारी हरियाणा सहित देशवासियों को उचित परिवहन सेवा दे सके। कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हरियाणा सरकार अपनी हठधर्मिता पर अड़ियल रवैया अपनाते हुए अपनी कुंभकर्णी नींद से नहीं जागी तो 24 जनवरी को एक दिन की चक्का जाम हड़ताल करते हुए आगामी आंदोलन का बिगुल बजाने का काम करेंगे।

नारनौल डिपो प्रधान अनिल भीलवाड़ा  ने बताया कि सरकार द्वारा सांझे मोर्चे को 11जनवरी,10 मार्च,23 जून,13 दिसम्बर को कर्मचारियों की मांगो समाधान के लिए बैठकों के लिए आमंत्रित किया गया। सांझे मोर्चे ने कर्मचारियों की मांगों समाधान बारे तर्क व प्रमाण दिए गए। सरकार द्वारा सांझे मोर्चे द्वारा दिए गए तर्को व प्रमाणों को सही मानते हुए मांगों को जायज माना ओर मांगो को लागू करने के परिपत्र जल्द जारी करने का भरोसा दिया गया। 

भीलवाड़ा ने कहा कि परन्तु बार बार भरोसा देने के बाद भी मानी गई मांगो के परिपत्र आज तक जारी नही किए हैं जिससे कर्मचारियों में रोष हैं। सरकार  ने कर्मचारियों की जायज मानी मांगो को लागू न करके मोर्चे को हड़ताल  करने के लिए मजबूर किया है जिसके कारण कल सांझा मोर्चा एक दिन की हड़ताल कर रहा है । 

सांझा मोर्चा की हिट एंड रन कानून रद्द करवाने, दे अवकाश कटौती पत्र वापिस लिया जाए,परिचालक,चालक की वेतन विसंगति दूर की जाए, 2002 से चालको को नियुक्ति तिथि से पक्का करके पुरानी पेंशन नीति में शामिल किया जाए, 2016 के चालक व 52 दादरी के हल्परों को पक्का करने की पॉलिसी बनाई जाए,चालक व परिचालकों से आठ घन्टे की ड्यूटी ली जाए ओर आठ घण्टे ड्यूटी से अधिक ड्यूटी को ओवरटाइम दिया जाए,चालको को अड्डा इंचार्ज के पद पर प्रमोशन की जाए, स्थाई तबादला नीति बनाई जाए, वंचित कर्मचारियों को तकनीकी वेतनमान दिया जाए, ग्रुप डी के कर्मचारियों को कॉमन कडर से बाहर करके उन्हें तकनीकी पदों ओर प्रमोशन दी जाए आदि मांग पत्र में शामिल मांगे हैं।

उधर एआईयूटीयूसी हरियाणा प्रदेश कमेटी के सचिव हरिप्रकाश व प्रधान राजेंद्र सिंह ने ब्यान जारी करके हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों की 24 जनवरी की हड़ताल को पूरा समर्थन देने की घोषणा की।

विदित हो कि हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों द्वारा बार-बार सरकार से वार्तालाप के माध्यम से अपने जीवन की समस्याएं व लंबित मांगों को हल करने का आग्रह किया मगर सरकार ने अनेक बार  मांगों पर वायदा किया मगर उन्हें लागू नहीं किया।  

एआईयूटीयूसी हरियाणा प्रदेश कमेटी सरकार के इस रवैये की कड़ी निंदा करते हुए मांग करती है कि कर्मचरियों की ज्वलन समस्याओं और मांगों को तुरंत पुरा किया जाए। उनसे तुरंत बातचीत की जाए और समस्या का समाधान किया जाए। हरियाणा प्रदेश कमेटी ने कर्मचारियों की हड़ताल को पूर्ण समर्थन देने का आवाहन किया है।