– क्लाईमेट स्मार्ट म्यूनिसिपल सर्विसिज आधारित विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारतीय लोक प्रशासन संस्थान के महानिदेशक एसएन त्रिपाठी ने कहा-लोगों का विश्वास जीतने के लिए हमें स्वयं विश्वसनीय बनना होगा – नगर निगम गुरूग्राम कार्यालय में भारतीय लोक प्रशासन संस्थान के शहरी अध्ययन केन्द्र द्वारा आयोजित किया गया एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम गुरूग्राम, 19 जनवरी। भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आइआइपीए) के महानिदेशक सेवानिवृत आईएएस अधिकारी एसएन त्रिपाठी ने कहा कि किसी भी व्यवस्था को सही प्रकार से चलाने के लिए जनभागीदारी का होना बहुत ही आवश्यक है। जनभागीदारी तभी बढ़ेगी, जब हम लोगों का विश्वास जीतेंगे और इसके लिए सबसे पहले हमें स्वयं विश्वसनीय बनना होगा। श्री त्रिपाठी ने उक्त विचार शुक्रवार को नगर निगम गुरूग्राम कार्यालय में आइआइपीए के शहरी अध्ययन केन्द्र द्वारा क्लाईमेट स्मार्ट म्यूनिसिपल सर्विसिज पर आधारित एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए व्यक्त किए। इस विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में नगर निगम गुरूग्राम सहित हरियाणा के 9 शहरी स्थानीय निकायों के अधिकारीगण उपस्थित हुए। कार्यक्रम में क्लाईमेट स्मार्ट म्यूनिसिपल सर्विसिज की मुख्य विशेषताओं की पहचान, विभिन्न शहरों के उदाहरण, सिटी एक्शन प्लान, क्लाईमेट स्मार्ट म्यूनिसिपल सर्विसिज के घटना और दायरे, इलैक्ट्रोनिक वेस्ट के संदर्भ में चक्रीय अर्थव्यवस्था, जल निकायों का अभिनव प्रबंधन आदि विषयों पर विशेषज्ञों ने जानकारी दी। अपने संबोधन में महानिदेशक ने देश के सबसे स्वच्छ शहरों इंदौर तथा सूरत का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी स्वच्छता रैंकिंग में वहां की जनता की भागीदारी है। अगर कोई व्यक्ति वहां पर कचरा फैलाता है, तो वहां के लोग ना केवल उस कचरे को उठाकर डस्टबिन में डालते हैं, बल्कि कचरा फैलाने से रोकते भी हैं। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी या जनसहयोग से हम बड़े से बड़ा काम भी करने में सफल हुए हैं। उन्होंने कोविड काल का उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के एक निवेदन से ही देश में जनता कफ्र्यू लागू हो सका। इसके अलावा, लोगों ने नियम के साथ वैक्सीनेशन प्रोग्राम अपनाया। उन्होंने नगर निगमों, नगर परिषदों तथा नगर पालिकाओं के अधिकारियों से कहा कि वे भी अपने क्षेत्र में ऐसा माहौल बनाए तथा जनता का विश्वास जीतकर जनभागीदारी को बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि हम सभी जनसेवक हैं तथा हमें जनसेवा की भावना के साथ काम करना चाहिए। अगर हम चाहें, तो परिवर्तन जरूर आएगा। उन्होंने कहा कि आप लोग अपने शहर की चुनौतियों, समस्याओं व जरूरतों के अनुसार कार्य योजना तैयार करके उसे धरातल पर जनभागीदारी के साथ लागू करें। उन्होंने कहा कि गुरूग्राम के लोग गुणवत्तापूर्ण सेवाएं चाहते हैं और हमारा यह दायित्व है कि हम उन्हें बेहतर सेवाएं उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि ‘पानी से नहाने वाले लिबास बदलते हैं, लेकिन पसीने से नहाने वाले इतिहास बदलते हैं’, इसलिए लिबास बदलने वाले नहीं, इतिहास बदलने वाले बनें। प्रशिक्षण कार्यक्रम में नगर निगम गुरूग्राम के एडीशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर सुमित कुमार ने आइआइपीए के महानिदेशक सहित उनकी टीम के अन्य सदस्यों का स्वागत व धन्यवाद किया। आइआइपीए के कोर्डिनेटर प्रो. के के पांडेय ने क्लाईमेट स्मार्ट म्यूनिसिपल सर्विसिज के घटना एवं दायरों तथा सिटी एक्शन प्लान के बारे में जानकारी दी तथा वल्र्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट के सीनियर प्रोग्राम मैनेजर डा. प्रवीण कुमार ने इलैक्ट्रोनिक वेस्ट के संदर्भ में चक्रीय अर्थव्यवस्था के बारे में बताया। आइआइपीए के सहायक प्रोफेसर डा. अमित कुमार सिंह ने जल निकायों के अभिनव प्रबंधन की जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी दिए गए। निवर्तमान मेयर टीम व पार्षदों के लिए 23 जनवरी को होगा कार्यक्रम : नगर निगम गुरूग्राम के एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर सुमित कुमार ने बताया कि भारतीय लोक प्रशासन संस्थान दिल्ली द्वारा मंगलवार, 23 जनवरी को दोपहर 2 बजे नगर निगम गुरूग्राम कार्यालय में निवर्तमान मेयर टीम तथा पार्षदों के लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। महिला सुरक्षा ऑडिट विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में संस्थान से अनुसंधान समन्वयक डा. कुसुम लता तथा डा. रोमा मित्रा अपने विचार रखेंगी। Post navigation धारा 144 CrPC की अवहेलना करने वाले 32 पी.जी,/ होटल/रेस्टोरेंट/गेस्ट हाऊस के विरुद्ध गुरुग्राम पुलिस की कार्यवाही मेरे राम वे हैं, जो शबरी के राम हैं ……..