स्वच्छता सर्वेक्षण में राष्ट्रीय स्तर पर 19वें स्थान से खिसक कर 140वें स्थान पर पहुँचा गुरुग्राम

गुरुग्राम में सफ़ाई व्यवस्था केवल काग़ज़ों तक सीमित

स्वच्छता सर्वेक्षण ने खोली गुरुग्राम की सफ़ाई व्यवस्था की पोल

गुरुग्राम में विकास तो दूर की बात सफ़ाई व्यवस्था तक नहीं करवा पा रही सरकार

गुरुग्राम, 12 जनवरी, 2024 – संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने केंद्र सरकार द्वारा कराए गए स्वच्छता सर्वेक्षण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण ने गुरुग्राम में सफ़ाई व्यवस्था की पोल खोल दी है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में विकास तो बहुत दूर की बात है सरकार सफ़ाई व्यवस्था तक नहीं करवा पा रही है। गुरुग्राम में सफ़ाई व्यवस्था पर करोड़ों रुपया ख़र्च करने के बावजूद जगह जगह पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं और गंदगी फैली हुई है। उन्होंने कहा कि अब गुरुग्राम में सफ़ाई व्यवस्था सिर्फ़ काग़ज़ों तक सीमित है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि गुरुग्राम में सफ़ाई व्यवस्था पर ख़र्च करोड़ों रुपया कहाँ गया?

उन्होंने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि गुरुग्राम राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता श्रेणी में 19 वें स्थान से खिसक कर 140 वें स्थान पर पहुँच गया है।उन्होंने कहा कि जिला गुरुग्राम हरियाणा सरकार को कुल राजस्व का 50 प्रतिशत से भी ज़्यादा राजस्व देता है, लेकिन उसके बावजूद हरियाणा सरकार गुरुग्राम में सफ़ाई व्यवस्था तक दुरुस्त नहीं करवा पाई है।

उन्होंने कहा कि नए सफ़ाई कर्मचारियों की भर्ती की जानी चाहिए थी और क्षेत्रफल की आबादी के हिसाब से सफ़ाई कर्मचारियों के नए पद सृजित किए जाने चाहिए थे। लेकिन सरकार ने प्राइवेट कंपनियां एवं ठेकेदारों को फ़ायदा पहुँचाने के लिए अकेले गुरुग्राम में ही 3480 सफ़ाई कर्मचारियों को छँटनी करके हटा दिया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सफ़ाई कर्मचारियों के हज़ारों पद ख़ाली पड़े हैं। बेरोज़गारी चरम पर है लेकिन इसके बावजूद सरकार सफ़ाई कर्मचारियों के पदों पर भर्ती नहीं कर रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है और आने वाले चुनाव में जनता सरकार को सबक़ सिखाएगी। उन्होंने सरकार से माँग की कि गुरुग्राम में सफ़ाई व्यवस्था में ख़र्च किए गए करोड़ों रुपयों की जाँच की जाए।

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