बी. एस. कटारिया देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के कुछ जिलों में जिस तरह से जालसाजों ने अपना बड़ा मकडजाल बनाया हुआ है। उससे आम-आदमी अपने आपको डरा और असुरक्षित महसूस कर रहा है। हरियाणा के कुछ जिलों में जिस तेजी से उनके साथ साइबर ठगी हो रही है उसने पुलिस महकमें की भी नींद उडाकर रखी है, और सवाल उठ रहे हैं कि जालसाजों के चक्रव्यूह को आखिरकार पुलिस का सिस्टम कैसे भेद पायेगा। क्योंकि साइबर अपराधियों ने आये दिन अपने खतरनाक इरादों से सब को चित किया हुआ है और आवाम सोच रहा है कि आखिरकार उसके पास कोई ऐसा अभेद सिस्टम आ जाये जिससे कि वह साइबर अपराधियों की चपेट में आने से बच जायें, यहां आये दिन जिस तरह से उनके खातों से चंद मिनटों में ही साइबर अपराधी पैसे उड़ा लेते हैं वह हरियाणा के आम-जन के अन्दर एक डर पैदा हो गया है! सोहना के निवासी एडवोकेट ओमप्रकाश वर्मा का कहना है हरियाणा में ठगी कहीं से भी हो रही हो लेकिन उसके तार मेवात से जुड़े हुए हैं। हरियाणा के अधिकांश जिलों में कोई दिन ऐसा होगा जिस दिन कोई जालसाजों के चंगुल में न फंसता हो हैरानी की बात है कि कहने को तो राज्य के अन्दर एसटीएफ का लम्बा चौड़ा महकमा मौजूद है लेकिन वह भी सिर्फ तभी एक्शन में दिखाई देता है। जब किसी के साथ कोई वारदात या जालसाजी हो जाती है। वारदात से पहले ऐसे गैगों को नेस्तानबूत करने के लिए कभी एसटीएफ ने कोई काम किया हो ऐसा देखने को नहीं मिल रहा। एसटीएफ की जालसाजों पर रहस्यमय चुप्पी का ही नतीजा है कि आये दिन कोई न कोई व्यक्ति छोटे से लेकर बड़े जालसाज के फेंके जाल में फंसकर अपना पैसा गवा रहा है। उल्लेखनीय है कि हरियाणा के कुछ जिलों में एसटीएफ का गठन हो चुका है और सम्भवतरू एसटीएफ में राज्य के तेज तर्रार दरोगाओं व अधिकारियों को टीम में चुन-चुनकर शामिल किया हुआ है लेकिन इसके बावजूद भी राज्य के अन्दर आये दिन जिस तरह से जालसाजों के चक्रव्यूह में आम इंसान फंसता जा रहा है और उसके बिछाये जाल में भोली भाली जनता पिसती जा रही है वह हरियाणा जैसे छोटे राज्य के लिए शुभ संकेत नहीं है। हरियाणा के गुरुग्राम में एसटीएफ अफसरों के अन्दर छोटे मोटे गुडवर्क के गुरग्राम में जालसाजों का मकडजाल को खत्म होता अभी दिखाई नहीं दे रहा। लेकिन गुरुग्राम के अन्दर एसटीएफ के कुछ अफसरों को मीडिया में छाने का पिछले लम्बे समय से एक बड़ा चस्का लगा हुआ है? छोटे मोटे-अपराधियों को पकड़कर भी एसटीएफ ऐसे बयानबाजी में लगा हुआ है मानो उसने राज्य के कितने बड़े दुश्मन को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया हो। गुरुग्राम की एसटीएफ कब ऐसा चमत्कार करेगी कि गुरुग्राम को जिन जालसाजों ने अपने चंगुल में फंसा रखा है उसे वह आजाद कराने के लिए कोई बड़ा खाका तैयार कर ऐसे जालसाजों के गिरोह को नेस्तानबूत कर दे। देश की राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में आये दिन साइबर सेल में ठगी के मामले सामने आ रहे हैं और यह बात खड़ी हो रही है कि आखिरकार इन अपराधियों से आवाम अपने आपको कैसे सुरक्षित रख पाये। मौजूदा दौर में ऑनलाइन खरीदारी ने साइबर अपराधियों के हाथों में एक उगाही का बड़ा हथियार सौंप रखा है और मौका मिलते ही वह किसी को भी अपना शिकार बनाने से पीछे नहीं हटते। Post navigation अस्पताल ले जाते वक्त पुलिस की गाड़ी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, महिला तथा बच्चा दोनों स्वस्थ व सुरक्षित पत्नी की हत्या करने उपरान्त पति ने भो मेट्रो स्टेशन से छलांग लगाकर की आत्महत्या