अब यह यह भी स्पष्ट हो गया है कि माजरा एम्स का शिलान्यास भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी व श्रेये लेने की होड के कारण जान-बूझकर लटकाया हुआ था : विद्रोही

एम्स भवन कब बनेगा, यह तो राम ही जाने ! पर भाजपा ने वोट हडपने कीे पूरी रणनीति भी बना लीे है और एक नेता विशेष के पर भी काटने का प्रबंध कर दिया है : विद्रोही

27 दिसम्बर 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने एक बयान में कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में एम्स के नाम पर भावनात्मक रूप से लोगों को बरगालकर भाजपा अहीरवाल की वोट हडपने की अपनी रणनीति के तहत जनवरी या फरवरी के प्रथम सप्ताह में माजरा एम्स का शिलान्यास करने का फैसला कर चुकी है। विद्रोही ने कहा कि जनवरी या फरवरी की किस तारीख को माजरा एम्स का शिलान्यास होगा, यह भी अब सामने आने वाला है। एक ओर भाजपा एमस निर्माण मुद्दे को भूनाकर लोकसभा चुनाव 2024 में गुरूग्राम, रोहतक, महेन्द्रगढ़-भिवानी लोकसभा क्षेत्रों से वोट हडपने की रणनीति पर काम कर रही है, वहीं माजरा एम्स शिलान्यास की तारीख तय करने के नाम पर भी भाजपा नेतृत्व अहीरवाल में किसी नेता का कद कम करने व किसी नेता का कद बढाने की रणनीति पर भी काम कर रही है। अब यह यह भी स्पष्ट हो गया है कि माजरा एम्स का शिलान्यास भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी व श्रेये लेने की होड के कारण जान-बूझकर लटकाया हुआ था।  

विद्रोही ने कहा कि अभीे तक अहीरवाल के भाजपा नेता अपनी-अपनीे ओर से एम्स शिलान्यास की तारीख पर तारीख देकर श्रेय लेने की होड में जुटे थे। यह श्रेय होड कोई नेता विशेष लूटकर अहीरवाल में अपने खुद का सिक्का न जमा ले, इसलिए भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व ने दूसरे गुट को एम्स शिलान्यास लेने की होड़ में लगा दिया। गत शनिवार को एक भाजपा नेत्री द्वारा एम्स शिलान्यास पर बयानबाजी करना व एम्स संघर्ष समिति को उनको ज्ञापन देना और फिर सुनियोजित ढंग से रातोरात मंगलवार को दिल्ली में एम्स संघर्ष समिति की केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रीे से मुलाकात करवाना और जनवरी मेें एम्स शिलान्यास करने का स्वास्थ्य मंत्री का आश्वासन देना खुद प्रमाण है कि सबकुछ भाजपा एक सुनियोजित रणनीति के तहत कर रही है।  

विद्रोही ने कहा कि अब यह तो तय है कि लोकसभा चुनाव घोषणा से पहले माजरा एम्स शिलान्यास करकेे एम्स भवन निर्माण की नौटंकी जरूर शुरू कर दी जायेगी। सवाल उठता है जब सत्तारूढ़ दल भाजपा एम्स जैसे स्वास्थ्य संस्थान को वोट बैंक कीे औच्छी व गंदी राजनीति में इस कदर घसीट सकती है तब यह भी पता चलता है कि भाजपा के लिए विकास, सामाजिक सरोकार, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं नागरिक आधारभूत ढांचा कोई महत्व नही रखता। भाजपा तो जुमलों, वादों, विकास, सामाजिक सरोकारों के नाम पर जनता को ठगकर केवल वोट हडपने का जुगाड करती रहती है और वोट हडपकर, सत्ता पाकर किये गए अपने सभी वादों को तांक पर रखकर सत्ता दोहन से चंद पूंजीपतियों व संघीयों की तिजौरियां भरने को ही अंतिम लक्ष्य मानती है।   

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