मुख्यमंत्री कहते हैं खर्ची-पर्ची बंद कर दी जब रिश्वत अटेचियों में ली जाती है तो पर्ची की क्या वैल्यू है- बजरंग गर्ग

हरियाणा में ऐसा कोई भी सरकारी विभाग नहीं जहां पर बिना रिश्वत लिए काम होता हो- बजरंग गर्ग

सरकार को भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए- बजरंग गर्ग

चंडीगढ़- हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव बजरंग गर्ग ने व्यापारियों से बातचीत करने के उपरांत कहा कि हरियाणा में 10618 करोड रुपए के वैट  घोटाले पर 5 सरकारी अधिकारियों पर सिर्फ कार्रवाई करने के साथ-साथ जो भी सरकारी अधिकारी वैट कर घोटाले में शामिल है उनसे घोटाले के पैसे कि रिकवरी ब्याज सहित सरकार को करनी चाहिए। बजरंग गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कहते हैं कि हमने खर्ची व पर्ची बंद कर दी है जब रिश्वत अटेचियों में ली जा रही है तो पर्ची का तो कोई महत्व ही नहीं रहता जबकि हकीकत यह है कि हरियाणा में आज कोई भी ऐसा सरकारी विभाग नहीं है जहां पर जनता का बिना रिश्वत दिए सरकारी विभागों में काम होता हो।

आज हरियाणा में खुलेआम भ्रष्टाचार का बोलबाला है। जबकि आबकारी व काराधान, मार्केट कमेटी, प्रदूषण, राजस्व विभाग, नगर निगम, फूड एंड सप्लाई व सैंपल आदि विभागों का तो इतना बुरा हाल है कि नीचे से लेकर ऊपर तक रिश्वत का खेल चल रहा है। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकारी अधिकारी खुलेआम बोलते हैं कि हमने तो रिश्वत के पैसे ऊपर देने पड़ते हैं। सरकार को देखना चाहिए कि जिले के सरकारी अधिकारियों से ऊपर कौन-कौन महीना ले रहा है। इस सरकार में शराब, रजिस्ट्री, खनन, धान, सरसों व पेपर लीक आदि करोड़ों रुपए के घोटाले पर घोटाले हुए हैं और इन घोटालों की एफआईआर दर्ज भी है।‌ लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक सरकार ने मुख्य आरोपियों को नहीं पकड़ा है। अगर सरकार ईमानदारी से भ्रष्टाचार खत्म करना चाहती है तो सरकार इन घोटालों के मुख्य आरोपियों को पड़कर उनसे घोटाले के पैसे कि रिकवरी करनी चाहिए ताकि सरकारी पैसों की वसूली होने से हरियाणा में हो रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

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