आंदोलन में 56 से अधिक संगठन शामिल है, यह आंदोलन इन सभी संगठनों के मान-सम्मान का भी मामला है कैथल, 06/12/2023 – जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 436 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता धर्मपाल तारागढ़ ने की, धरने पर आज बाबा साहब अम्बेडकर जी का महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया, साथियों को संबोधित करते हुए धर्मपाल तारागढ़ ने कहा कि हरियाणा सरकार सत्ता के नशे में चूर होकर लोगों की आवाज को सुनना ही नहीं चाहती,सताए तो आती जाती रहती है, किसी जमाने में कांग्रेस और इंदरा गांधी की भी तूती बोलती थी लेकिन अब बहुत सारे बदलाव देश में है, मौजूदा सरकार के लोग सत्ता के नशे को त्याग कर लोगों की समस्यायों का समाधान करें। दुनी तितरम ने कहा कि हम जिला प्रशासन से बातचीत करने को तैयार हैं, प्रशासन चाहे तो बातचीत से इस मसले का हल निकाला जा सकता है। चमार सभा के वरिष्ठ नेता धर्मपाल भौरिया ने कहा कि 9 दिसंबर को जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल का प्रदर्शन ऐतिहासिक होगा और इस प्रदर्शन में चमार सभा के सभी साथी भाग लेंगे। जन शिक्षा अधिकार मंच के संयोजक जयप्रकाश शास्त्री ने कहा कि 9 दिसंबर का प्रदर्शन करने का हमारा कोई शोक नहीं है बल्कि यह हमारी मजबूरी है, जिला प्रशासन ने हमें आज तक बातचीत के लिए भी नहीं बुलाया है, हमारे साथी शांतिप्रिय तरीके से आंदोलन करेंगे, किसी भी प्रकार की लापरवाही के लिए जिला प्रशासन और हरियाणा सरकार जिम्मेदार होगी। इस आंदोलन में 56 से अधिक संगठन शामिल है, यह आंदोलन इन सभी संगठनों के मान-सम्मान का भी मामला है। हम चाहते है कि हरियाणा सरकार चिराग योजना को वापिस ले तथा बंद किए गए लड़कियों के स्कूलों को दोबारा खोले तथा सुरेश द्रविड़ पर दर्ज एफआईआर को रद्द करें,धरने पर रणधीर ढुंढ़वा, बलवंत रेतवाल, रामशरण राविश, कलीराम, सतबीर,भीम सिंह तितरम, मियां सिंह, रामेश्वर, दरबारा, मामचंद, वीरभान हाबड़ी आदि भी उपस्थित थे। Post navigation हरियाणा सरकार 2030 तक हुनरमंद के नाम पर प्रदेश के युवाओं को रोजगार विहिन कर देंगे : रामशरण राविश लड़कियों के स्कूलों को दोबारा खोला जाए और स्कूल मर्जर की प्रक्रिया को तुरंत रोका जाए