कैथल में 9 दिसंबर को आयोजित जन शिक्षा अधिकार मंच द्वारा प्रदर्शन ऐतिहासिक होगा, जिसमें प्रदेश के कई गणमान्य व्यक्ति भाग लेंगे कैथल, 02/12/2023 – जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 432 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के वरिष्ठ नेता ओमपाल भाल ने की, ओमपाल भाल ने कहा कि कैथल में 9 दिसंबर को आयोजित जन शिक्षा अधिकार मंच द्वारा प्रदर्शन ऐतिहासिक होगा, जिसमें प्रदेश के कई गणमान्य व्यक्ति भाग लेंगे। प्रदर्शन में विभिन्न संगठनों के वरिष्ठ साथी भी उपस्थित रहेंगे, किसान नेता व अविवाहितों के प्रतिनिधि रमेश देबण ने कहा कि हरियाणा सरकार खाली घोषणाएं कर रही है, हरियाणा सरकार ने अविवाहितों के लिए जुलाई माह में पेंशन की घोषणा तो कर दी लेकिन अविवाहितों को अभी तक पेंशन मिलनी शुरू नहीं हुई है, हालांकि इसके लिए अधिसूचना भी जारी हो चुकी है तथा विभागीय पत्र भी जारी हो चुका है, अविवाहितों ने सीएससीओं पर जाकर फार्म भी भर दिया है लेकिन अभी तक पेंशन मिलनी शुरू नहीं हुई है, इससे तो यही कहा जा सकता है कि हरियाणा सरकार केवल घोषणाएं कर रही है धरातल पर इनको लागू नहीं किया जा रहा, उन्होंने सभी साथियों से 9 दिसंबर के प्रदर्शन में बढ़ चढ़ कर भाग लेने की अपील भी की,रिटायर्ड कर्मचारी संघ के जिला प्रधान रमेश हरित ने कहा कि हरियाणा के गृह मंत्री और गृह सचिव को इसका संज्ञान लेना चाहिए, कैथल के जिला सचिवालय में गत वर्ष 28 सितंबर से लगातार धरना जारी है और आज धरने का 432 वां दिन है, गर्मी-सर्दी -आंधी और तूफान, बारिश में भी लगातार धरना जारी है , लेकिन जिला प्रशासन ने इस मामले पर कोई भी गंभीरता नहीं दिखाई है और न ही हरियाणा के गृह सचिव ने इसका कोई संज्ञान लिया है, लोकतंत्र में क्या शांतिप्रिय आंदोलनों की कोई सुनवाई नहीं होगी ? हरियाणा के गृह मंत्री और गृह मंत्रालय को भी इस संबंध में सोचना चाहिए था लेकिन जिला प्रशासन के साथ साथ हरियाणा का गृह मंत्रालय भी लोगों की भावनाओं और संवेदनाओं के प्रति चिंतित नहीं है। जन शिक्षा अधिकार मंच के संयोजक जयप्रकाश शास्त्री ने कहा कि अभी भी हरियाणा सरकार 20 से कम छात्र संख्या वाले 1076 स्कूलों को बंद करने जा रही है यह निर्णय उचित नहीं है, जबकि पिछले 6 सालों में 3 लगभग 394 सरकारी स्कूल बंद हुए है और 1687 प्राईवेट स्कूल बढ़े, यह हरियाणा सरकार के मंत्री का कहना है, हरियाणा सरकार को 20 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को बंद करने कि निर्णय वापस लेना चाहिए, 9 दिसंबर को पूरे प्रदेश से शिक्षक भाग लेंगे और जन शिक्षा अधिकार मंच का प्रदर्शन सफल और ऐतिहासिक होगा। जन शिक्षा अधिकार मंच के प्रैस प्रवक्ता सुरेश द्रविड़ ने बताया कि 9 दिसंबर के प्रदर्शन पर आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद रावण , भारतीय किसान यूनियन चढुनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह चढुनी, नैक्डोर के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक भारती,युनियननिस्ट मिशन के राष्ट्रीय संयोजक सरदार मनोज सिंह दूहन, अम्बेडकर मिशनरी विधार्थी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम डुमोलिया, कांग्रेस नेता डॉ कपूर सिंह भी 9 दिसंबर के प्रदर्शन में शामिल होंगे।धरने पर भीम सिंह तितरम, वीरभान हाबड़ी, मामचंद खेड़ी सिम्बल, रामशरण राविश, सतबीर प्यौदा, रामदिया, रामचंद्र मलिक, दुनी तितरम, बलवंत रेतवाल, कलीराम, हजूर सिंह आदि भी उपस्थित थे। Post navigation कृषि मंत्री जे पी दलाल को इतनी भी तहजीब नहीं है कि मां-बहनों-बेटियों की इज्जत कैसे की जाती है : बलवंत सिंह धनोरी जन शिक्षा अधिकार मंच द्वारा 9 दिसंबर का प्रदर्शन ऐतिहासिक होगा