कैथल, 18/11/2023 – जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 418 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता किसान नेता मेशी हरिपुरा ने की, किसान नेता मेशी हरिपुरा ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के अनुपात में ढांचागत सुविधाओं और शिक्षकों सहित सरकारी स्कूल खोले जाएं, विशेष तौर पर शहरों की बाहरी बस्तियों में ऐसे स्कूलों की और अधिक आवश्यकता है। कैथल में जींद रोड़,खुराना रोड़ व कुरुक्षेत्र रोड़ पर भी सरकारी स्कूल खोलने की आवश्यकता है। कम छात्र संख्या अथवा किसी अन्य कारण से स्कूलों को मर्ज न किया जाए और न ही इन्हें बंद किया जाए, दूसरे प्रदेशों से आए हुए बच्चों की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए उनके बच्चों के लिए प्रवेश/दाखिले के लिए आधार कार्ड, परिवार पहचान पत्र या जन्म तिथि के प्रमाण पत्र आदि की शर्तें न लगाई जाए, शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 भी यह छुट देता है।

ग्रामीण सफाई कर्मचारी युनियन के वरिष्ठ नेता बसाऊ राम ने कहा कि माडल संस्कृति स्कूलों में फीस लेना बंद किया जाए तथा सरकारी स्कूलों को छोड़कर प्राईवेट स्कूलों में जाने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करना बंद किया जाए, ऐसा करने के लिए लाई गई चिराग योजना को वापिस लिया जाए। जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल के सहसंयोजक बलबीर सिंह ने कहा कि पड़ोस के स्कूल की अवधारणा के साथ कामन स्कूल सिस्टम लागू किया जाए। इन स्कूलों में एक आवासीय क्षेत्र के सभी बच्चों के लिए जाति, धर्म,भाषा, क्षेत्र, आर्थिक स्थिति के बिना किसी भेदभाव सबको अनिवार्य रूप से शिक्षा दी जाए। यदि अमिर लोगों, विधायकों, सांसदों, मंत्रियों, नेताओ, बड़े अधिकारियों और कर्मचारियों के बच्चे गरीबों और वंचितों के बच्चों के साथ पढ़ेंगे तो निश्चित तौर पर शिक्षा के स्तर में सुधार होना लाजिमी है।

सरकारी स्कूलों में अध्यापकों से गैर शैक्षणिक कार्य लेना बंद करवाया जाए। उन्होंने शिक्षक नेता सुरेश द्रविड़ पर दर्ज एफआईआर को रद्द करने की भी मांग की और कहा कि यदि जिला प्रशासन ने दर्ज एफआईआर को रद्द नहीं किया तो 9 दिसंबर को स्थानीय भाजपा कार्यालय का घेराव किया जाएगा। धरने पर आज जयपाल फौजी, कलीराम प्यौदा, रामचंद्र मलिक, रामशरण राविश, बलवंत रेतवाल, रामदिया, वीरभान हाबड़ी, मामचंद खेड़ी सिम्बल, हजूर सिंह, सुखपाल मलिक, ईश्वर सिंह आदि भी उपस्थित थे।

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