कैथल, 19/11/2023 – जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 419 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता मामचंद खेड़ी सिम्बल व बलवंत धनोरी ने संयुक्त रूप से की। मामचंद खेड़ी सिम्बल ने आज इस अवसर पर कहा कि 419 बीत जाने पर हरियाणा सरकार ने धरने को गंभीरता से नहीं लिया , इससे यही अंदाजा लगाया जाएगा कि मौजूदा सरकार का लोकतंत्र में कोई विश्वास नहीं है, यह प्रदेश के लिए चिंताजनक स्थिति है।लोकतंत्र में लोगों की भावनाओं को सुना जाना चाहिए और उनकी समस्याओं का समाधान भी करना चाहिए। अखिल भारतीय किसान सभा के सचिव बलवंत धनोरी ने कहा कि 9 दिसंबर का प्रदर्शन सरकार की पीठ में कील ठोकने का काम करेगा। किसान सभा,खेत मजदूर यूनियन, सीटू 26 नवंबर से 28 नवंबर तक चंडीगढ में महापड़ाव डालेंगे। उन्होंने हरियाणा सरकार और शिक्षा विभाग की आलोचना करते हुए कहा कि 20 नवंबर से 28 नवंबर तक शिक्षकों को ड्राप आउट सर्वे के लिए लगाया गया है, बच्चों की परिक्षाएं सिर पर है,इस दौरान कोई भी सर्वे करवाना उचित नहीं है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को और अधिक खराब करने का षड़यंत्र भी है। यह सर्वे हरियाणा सरकार को किसी अन्य एजेंसी से करवाना चाहिए। शिक्षकों को अभी चुनाव संबंधी भी कार्य करने हैं, यह भार भी बहुत अधिक है, शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य लेना बंद करना चाहिए। उन्होंने सभी सामाजिक संगठनों से 9 दिसंबर को होने वाले प्रदर्शन में भाग लेने की भी अपील की है। धरने पर जयप्रकाश शास्त्री, रामशरण राविश, सतबीर प्यौदा, रामदिया, कलीराम, जयपाल फौजी, अजमेर सिंह, सुखपाल मलिक आदि भी उपस्थित थे। Post navigation सरकारी स्कूलों में अध्यापकों से गैर शैक्षणिक कार्य लेना बंद करवाया जाए भाजपा कार्यकर्ता ने शिक्षा मंत्री को खरी खरी सुनाई, वहीं कह दिया भाषणों से भाजपा सत्ता में आने वाली नहीं है