मेले में रविवार को हुईं बंपर खरीदारी, दिनभर लोगों की रही भीड़
खरीदारी व खान पान के बाद सांस्कृतिक संध्या का भी लोगों ने उठाया लुत्फ
-सुबह 11 बजे से रात्रि 9.30 तक चलने वाला यह मेला सबके लिए निःशुल्क है

गुरुग्राम, 29 अक्टूबर। गुरुग्राम में जारी सरस मेला में रविवार को जमकर भीड़ उमड़ी। छुट्टी का दिन होने के कारण महिलाओं की संख्या रविवार को अधिक रही। इसका कारण करवाचौथ का नजदीक आना भी है। करवाचौथ के कारण महिलाओं ने राजस्थानी मीनाकारी ज्वेलरी समेत, साड़ी, दुपट्टा आदि की खरीदारी की। इस दौराना राजस्थान की बाड़मेर जिले से आई हुईं आशापुरा माता एसएचजी की डिंपल ने बताया के हमारे एसएचजी में कुल बारह लोग हैं औऱ हम सभी मिलकर एप्लिक वर्क किया हुआ साड़ी, सूट, रनिंग फेब्रिक मेटेरियल, पैच वर्क दुपट्टा, अजरख ब्लॉक प्रिंट के साड़ी, सूट महिलाओं को काफी लुभा रहा है, और इसकी काफी खरीदारी भी हुई है। इन्होंने बताया कि इनके स्टॉल नंबर 126 पर आप को दो सौ रुपये से लेकर साढ़े छः हजार तक के सामान मिल जाएंगे। वहीं, राधा कृष्णा एसएचजी की ममता ने बताया कि उनके स्टॉल नंबर 266 पर आर्टिफिशियल ज्वेलरी के आईटम महिलाओं को काफी पसंद आ रहा है। इसमें मीनाकारी ज्वेलरी में झुमके के अलग अलग डिजाइन मिल जाएंगे। साथ ही करवाचौथ में इस्तेमाल करने के लिए थाली, चौकी, दिया, लोटा, ट्रे, आदि की भी महिलाओं ने जमकर खरीदारी की।

मेले में विकेंड पर आज काफी भीड़ रही। साथ ही लोगों ने मेले में नियमित रूप आयोजित किए जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आनंद उठाया।

सांस्कृतिक संध्या में 2 नवंबर को मशहूर गायक दलेर मेहंदी अपनी प्रस्तुति से समां बांधने का काम करेंगे। ज्ञात हो कि दलेर मेहंदी बॉलीवुड सिनेमा के गाने समेत भांगड़ा, डांस सांग के लिए मशहूर हैं। दलेर मेहंदी का कार्यक्रम दो नवंबर को संध्या आठ बजे से आरंभ होगा। तुनुक तुनुक तुन…., बोलो तारा रा… रा…रा… जैसे मशहूर गाना गाने वाले मेहंदी अपनी आवाज से समां बांधने का काम करेंगे।

ज्ञात हो कि राजधानी से सटे गुरुग्राम में ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा हरियाणा सरकार के सहयोग से आयोजित सरस आजीविका मेला का आयोजन किया जा रहा है। 26 अक्टूबर से 11 नवंबर तक आयोजित होने वाला मेला भारत की विविधता और सांस्कृतिक विरासत को दर्शा रहा है। पहले दिन ही इस मेले का आकर्षण लोगों को अपनी तरफ खींच लाया। यहां हर आयु वर्ग के लोग मेला देखने व खरीदारी करने में आ रहे हैं।

गुरुग्राम के सेक्टर-29 स्थित लेजरवैली ग्राउंड में लगे इस मेले में देश के 28 राज्यों के 400 से अधिक स्टॉलों पर लोग खरीदारी के लिए आ रहे हैं। मेले की विविधता लोगों को आकर्षित कर रही है। स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं की विशेष उपस्थिति वाला यह मेला महिला सशक्तिकरण की एक बेहतरीन मिसाल है जहां न केवल वह अपना उत्पाद लेकर आई हैं बल्कि वह भारत की विविधता और अनेकता में एकता का संदेश भी दे रही हैं। आयोजकों के लिए यह मेला निःशुल्क है। सुबह 11 बजे से रात्रि 9.30 तक चलने वाले इस मेले में लोगों की खासी दिलचस्पी है। दूसरी बार यह मेला गुरुग्राम में लग रहा है और लोग इसको लेकर उत्साहित हैं।

इस मेला में 28 राज्यों से आई स्वयं सहायता समूह की 800 दीदी ने अपनी कला एवं संस्कृति से जुड़े हस्तनिर्मित उत्पादों की स्टॉल लगाई हैं।

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