गाँव झाड़सा में धूमधाम से मनायी गयी वाल्मीकि जयंती।
महर्षि वाल्मीकि जयंती पर गाँव झाड़सा में निकाली गई भव्य शोभायात्रा

गुरुग्राम, 29 अक्टूबर,2023 – गाँव झाड़सा में वाल्मीकि जयंती धूमधाम से मनायी गयी।महर्षि वाल्मीकि जयंती पर गाँव झाड़सा में भव्य शोभायात्रा निकाली गई एवं भंडारे का आयोजन किया गया।शोभायात्रा का आयोजन श्री महर्षि वाल्मीकी सेवा समिति व समस्त वाल्मिकी समाज गाँव झाड़सा द्वारा किया गया। इस अवसर पर शोभा यात्रा में शामिल हुए समाजसेवी एवं किसान नेता चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि महर्षि वाल्मीकी ने महानग्रंथ महाकाव्य रामायण की रचना करके भारत की गौरवशाली संस्कृति की पहचान पूरी दुनिया को करवाई।

इस अवसर पर श्री महर्षि वाल्मीकी सेवा समिति व समस्त वाल्मिकी समाज गाँव झाड़सा ने मुख्यातिथि चौधरी संतोख सिंह को पगड़ी पहनाकर तथा महर्षि वाल्मीकी का चित्र भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।

शोभायात्रा का संचालन श्री महर्षि वाल्मीकी सेवा समिति के प्रधान के श्री हरि किशन, उपप्रधान श्री सुरेश कुमार, सेक्रेटरी श्री अमृत सिंह, ज्वाइंट सेक्रेटरी श्री सुनील कुमार, कोषाध्यक्ष श्री विजय सिंह टांक, सोसाइटी के मुख्य सलाहकार श्री मान सिंह द्वारा किया गया।शोभा यात्रा सीता वाल्मीकि मंदिर झाड़सा से आरंभ होकर किलहोड पट्टी, कुंभइया पट्टी, पंछया पट्टी, चोपड़ा पट्टी होते हुए सीता वाल्मीकि मंदिर पर पहुँचीं। शोभायात्रा का गाँव में जगह-जगह स्वागत किया गया।

महर्षि वाल्मीकी संस्कृत के महान ज्ञाता थे। महर्षि वाल्मीकी ने महानग्रंथ महाकाव्य रामायण की रचना की थी। हमारे देश में प्रत्येक घर में रामायण मिलती है और इसका पूजन किया जाता है। रामायण हमारी संस्कृति की पहचान है। रामायण का पाठ करने से व्यक्ति को सकारात्मकता मिलती है, शांति मिलती है और इसलिए पूरे देश में राम लीला का मंचन किया जाता है। उन्होंने पूरी दुनिया को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा दी थी।

इस अवसर पर श्री अशोक कुमार टांक, श्री सूबे सिंह, श्री विक्रम टॉक, श्री अनूप टॉक श्री कृष्ण कुमार, श्री विजय सिंह तथा सैकड़ों की संख्या में अन्य व्यक्ति मौजूद थे।

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