20 लाख के गोल्ड की रंगदारी मांगने वाले 03 आरोपी गिरफ्तार किए गोल्ड नहीं लाने पर परिवार को जान से मारने, दुकान गोदाम में आग लगाने की धमकी आरोपियों की पहचान राजेन्द्र सिंह , संजय व हजारी प्रसाद के रुप में हुई फतह सिंह उजाला गुरुग्राम 27 अक्तूबर । 24. अक्टूबर को पुलिस थाना शिवाजी नगर गुरुग्राम में एक दुकानदार ने लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि 21. अक्टूबर.2023 को सुबह इसने अपनी दुकान का शटर खोला तो दुकान के अंदर एक पत्र व एक ममोरी कार्ड मिला। हाथ से लिखे पत्र में 22. अक्टूबर.2023 को समय 5 बजे आगरा-यमुना एक्सप्रेस-वे के पुल के नीचे 20 लाख (बीस लाख) रुपए का सोना (गोल्ड) लेकर पहुँचने के बारे लिखा हुआ था। सोना (गोल्ड) लेकर न पहुंचने की सुरत में इसे, इसके परिवार को जान से मारने व इसके कारोबार दुकान गोदामों में आग लगाने की धमकी दी गई थी। उस लिखित पत्र के साथ में मिले मेरोरी कार्ड को चैक किया तो उसके अन्दर आगजनी कि विडियों थी, जो दिए गए स्थान पर सोना (गोल्ड) लेकर न पहुंचने पर ममोरी कार्ड में दिखाई गई विडियों की तरह इसके गोदाम व दुकान में आग लगाने व गाड़ी के नीचे बम लगाकर उडाने कि धमकी दी गई थी। यह उस पत्र व विडियों देखकर डर गया और इसने अपने परिवार व कारोबार को बचाने के लिए अपने तौर पर 02 लाख रुपये का इंतजाम किया। 22. अक्टूबर.2023 को समय सांय करीब 05 बजे इसके मोबाईल फोन पर एक फोनकॉल आई और इसे यमुना एक्सप्रेस-वे नसीबपुर कट के पास पहुंचने के लिए कहा। यह अपने भाई के साथ दो लाख रुपये लेकर अपनी गाङी से समय करीब रात 11 बजे बताए गए स्थान पर पहुंच गए और हाईवे से नीचे उतरकर एक आम के पेड़ के पास इन्होनें उनके कहे अनुसार रुपए रख दिए और वापस आकर अपनी गाङी में बैठ गए, तभी एक लङका इनके द्वारा रखे गए रुपयों के बैग को लेकर वहां से चला गया और ये अपने घर पर वापस आ गए। दिनांक 23. अक्टूबर.2023 समय सुबह करीब बजे इसके पास उसी नम्बर से फिर फोन आया तो यह डर गया और फोन नही रिसीव किया और अगले दिन पुलिस को आकर इसकी शिकायत दे दी। इस शिकाकत पर थाना शिवाजी नगर, गुरुग्राम में सम्ब्धित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया। निरीक्षक आनन्द कुमार, प्रभारी अपराध शाखा सैक्टर-31 गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए पुलिस तकनीकी की सहायता से उपरोक्त अभियोग की वारदात को अन्जाम देने वाले 03 आरोपियों को कल दिनांक 26. अक्टूबर.2023 को खाण्डसा रोङ शक्ति पार्क, गुरग्राम से काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किय गया। आरोपियों की पहचान राजेन्द्र सिंह (उम्र 45 वर्ष), संजय (उम्र 28 वर्ष) व हजारी प्रसाद (उम्र 24 वर्ष) के रुप में हुई। विस्फोटक डिवाईस बना, विस्फोट करते वीडियो बनाई आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त आरोपी राजेन्द्र व संजय एक ही कम्पनी में काम करते है तथा आरोपी हजारी प्रसाद आरोपी राजेन्द्र का भतीजा है। आरोपी राजेन्द्र व संजय उपरोक्त अभियोग में शिकायतकर्ता की दुकान से सामान लेकर आते थे और ये जानते थे कि उसका (शिकायतकर्ता) का काम अच्छा है तथा इसकी कमाई भी अच्छी है। आरोपी राजेन्द्र ने अपने साथी संजय कुमार उपरोक्त व अन्य साथी के साथ मिलकर उपरोक्त अभियोग की योजना बनाई और आरोपी संजय उपरोक्त ने एक धमकी भरा पत्र लिखा तथा आरोपी राजेन्द्र द्वारा एक विस्फोटक डिवाईस बनानकर उसका विस्फोट करते हुए की वीडियो बनाई और उस वीडियो को एक मैमोरी चिपकार्ड में डालकर मैमोरी चिपकार्ड को उस धमकी भरे पत्र के साथ चिपका दिया, फिर इनका एक अन्य साथी उस पत्र व मैमोरी चिपकार्ड को शिकायतकर्ता/पीङिता की दुकान के अन्दर डालकर आ गया। उसके बाद इन्होनें पीङित/शिकायतकर्ता को फोन करने के लिए अपने अन्य साथी से एक फर्जी सिमकार्ड खरीदा और शिकायतकर्ता/पीङित को 20 लाख रुपयों का गोल्ड लेकर आने के लिए जगह बताई। उपरोक्त अभियोग में पीङित/शिकायतकर्ता जब इनके (आरोपियों) द्वारा बताए गए स्थान पर रुपए रख दिए तो उपरोक्त आरोपी हजारी प्रसाद (आरोपी राजेन्द्र का भतीजा) आरोपी राजेन्द्र प्रसाद के कहे अनुसार वहां से रुपयों से भरे बैग को लेकर चला गया। इस मामले में अन्य साथियों की पहचान व बरामदगी के लिए आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया जाएगा। Post navigation खट्टर सरकार ने सबका विकास किया तो जनसंवाद कार्यक्रमों में फसाद क्यों ? क्या हरियाणा भाजपा में चलेगी बदलाव की आंधी?